लखनऊ । लगातार कमजोरी लग रही हो,जल्दी-जल्दी बुखार आ जाता हो या फिर शरीर के किसी भी अंग से ब्लीडिंग हो रहा हो तो सर्तक हो जायें। यह अप्लास्टिक एनीमिया बीमारी के लक्षण की संभावना हो सकती हैं। यह जानकारी केन्द्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद के साइंटिफिक एडवाइजरी बोर्ड के सदस्य डॉ.एके द्विवेदी ने दी। वह बृहस्पतिवार को राजधानी में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय होम्योपैथिक सेमिनार को संबोधित करने पहुंचे थे।
उन्होंने बताया कि अप्लास्टिक एनीमिया बीमारी में हीमोग्लोबिन और प्लेटलेट्स कम हो जाते हैं। जो ब्लीडिंग का कारण बनता है। इस बीमारी में नाक,कान,आंख व शरीर के किसी भी अंग में रक्तश्राव हो सकता है।
डॉ. एके द्विवेदी ने बताया कि अप्लास्टिक एनीमिया का पहला मरीज आया, जिसके मुँह के तालू (अपर पैलेट) से ब्लीडिंग (रक्तस्राव) हो रहा था जिसको चिकित्सकों ने बताया था कि हीमोग्लोबिन और प्लेटलेट्स कम होने के कारण रक्तस्राव बंद होना बहुत मुश्किल है और समय लग सकता है। उस मरीज को शाम को होम्योपैथिक दवा दी गई अगले दिन सुबह मरीज को निकलने वाला खून बंद हो गया. कुछ और दिन दवाई लेने के बाद से आज तक उन्हें कोई परेशानी दोबारा नहीं हुई। डॉ द्विवेदी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि होम्योपैथी में इस बीमारी का इलाज है,जिससे अब तक सैकड़ों मरीजों को फायदा मिला है।
इस अवसर पर यूनाइटेड किंगडम से आये डॉ शशि मोहन शर्मा ने हैनिमैन कॉलेज ऑफ होम्योपैथी यूनाइटेड किंगडम की ओर से डॉ.एके द्विवेदी को अप्लास्टिक एनीमिया की होम्योपैथिक चिकित्सा के लिए सम्मानित किया है।
इस अंतर्राष्ट्रीय होम्योपैथिक सेमिनार में प्रदेश के करीब 150 चिकित्सकों ने हिस्सा लिया। साथ ही होम्योपैथी के क्षेत्र में हुये नवीन शोध व जानकारियां साझा की।