लखनऊ। इंदिरानगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारी पर निजी पैथोलॉजी खोलने का खुलासा होने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ने जांच शुरू कर दी है। सीएमओ कार्यालय की टीम जांच करने सोमवार को अस्पताल पहुंची। जांच टीम आने की सूचना से अस्पताल में हड़कम्प मच गया। आनन-फानन में पास की बाजार में चल रहे पैथोलॉजी सेंटर बंद हो गये। संचालक फरार हो गए। मरीजों की यह भी शिकायत है कि अस्पताल में मौजूद दवा होने के बाद भी बाहर के एक निजी मेडिकल स्टोर से ही दवा लाने के लिए मजबूर किया जाता है।
सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने निजी पैथालॉजी सेंटर चलने की जानकारी के साथ ही जांच के आदेश दिए हैं। अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरवी सिंह टीम के साथ शिकायत की जांच के लिए अस्पताल पहुंचे। उनके पहुंचते ही उनके पहुचंने की सूचना पर अस्पताल के समीप खुली पैथोलॉजी लैब व सैंम्पल कलेक्शन सेंटर अपनी- अपनी दुकान बंद कर भाग खड़े हुए। बड़ी संख्या में निजी सेटरों में जुटी जांच कराने वालों की भीड़ भी काफी देर इंतजार के बाद चले गए। जांच टीम ने अस्पताल में कर्मचारियों से पूछताछ करके बयान दर्ज किए। अस्पताल की पैथोलॉजी में तैनात कर्मचारियों से भी पूछताछ की गई है।
अस्पताल की ओपीडी में रोजाना 200 से अधिक मरीज आ रहे है। इसमें सबसे ज्यादा गर्भवती महिलाएं व बच्चे शामिल हैं। अस्पताल में सामान्य व ऑपरेशन से प्रसव कराए जा रहे हैं। अस्पताल की लैब में सीमित जांच की सुविधा है। ऐसे में गर्भवती व बच्चों को जांच के लिए बाहर खुली लैब में भेजे जाने का आरोप है।
आरोप हैं कि अस्पताल में कार्यरत एक स्टॉफ ने हाल ही में अपनी लैब शुरू करा दी है। अस्पताल में रीजेंट की कमी या मशीन खराब बता की मरीजों को बाहर खुली लैब में जांच कराने के लिए मजबूर किया जा रहा था।