लखनऊ। आयरलैंड के लिए नियुक्त भारतीय राजदूत अखिलेश मिश्र ने सोमवार को एरा मेडिकल कालेज का भ्रमण किया और एरा मेडिकल कालेज के विभिन्न इनोवेशन, जैसे मेडिकल एनीमेशन, पेशेंट केयर, अत्याधुनिक शिक्षा प्रणाली और डिजिटल टेक्नॉलोजी को देखकर वे काफ ी प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि आने वाला समय तकनीक का ही है, इसलिए जरुरी हो गया है कि शिक्षा को भी आधुनिक तकनीक से जोड़ा जाये। एरा ने इस क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है।
आयरलैंड के लिए नियुक्त भारतीय राजदूत अखिलेश मिश्र सबसे पहले एरा मेडिकल कालेज के इनोवेशन विभाग में गये, उन्होंने वहां क्रिटेरिया टेक द्वारा विकसित पेशेंट मानीटर, रोबोटिक हैंड, इलेक्ट्रॉनिक स्टेथोस्कोप एवम वीडियो लैरींगोस्कोप सहित विभिन्न अविष्कारों को देखा। वो इन इनोवेशन से काफी प्रभावित हुए और कहां कि इन सभी अत्याधुनिक तकनीकों को आगे बढ़ाने की जरुरत है ताकि इसका लाभ अन्य लोगों को भी मिल सके। उन्हें इस बात से भी आवगत कराया गया कि कोरोना काल में इन तकनीकों का खासा प्रभाव देखने को मिला। इन तकनीकों के इस्तेमाल से जहां एक ओर मरीजों की रिकवरी दर काफी बेहतर रही और मृत्यु दर न्यूनतम स्तर पर दर्ज की गयी। नवीन तकनीक के कारण चिकित्सक भी काफी हद तक संक्रमण से बचे रहे।
इसके बाद वो थ्रीडी एनीमेशन और शैक्षिक गेमिंग सेक्शन में गये। एनीमेशन और गेम के माध्यम से मेडिकल शिक्षा को सरल बनाने की तकनीक की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि एरा मेडिकल कालेज ने इस क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है। ऐसी तकनीक का प्रयोग देश और दुनिया के अन्य चिकित्स्य संस्थानों में भी होना चाहिए।
एरा यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति ने बताया कि आयरलैंड मे भारत के राजदूत को हमारी तकनीक काफी पसंद आयी। उन्होंने इन तकनीक को आयरलैंड के साथ साझा करने का प्रस्ताव दिया है, ताकि दोनों देश के बीच संबंध और मजबूत हो सके। उन्होंने कहा कि भारत और आयरलैंड के बीच शिक्षा पर आधारित मेडिकल तकनीक को साझा कर इसे और आगे बढ़ाया जा सकता है। जिसका लाभ दोनों देशों के छात्रों को होगा।
दरअसल आयरलैंड में भारत की राजदूत अखिलेश मिश्र ने रविवार को कुछ विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधियों को वीवीआईपी गेस्ट हाउस बुलाया था। एरा विश्वविद्यालय के कार्यों से प्रभावित होकर उन्होंने एरा मेडिकल कालेज के भ्रमण का कार्यक्रत बनाया था।