लखनऊ। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री व चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने डाक्टरों से अपील की है कि मरीजों की करुणाभाव से सेवा करें। प्रदेश सरकार के सभी महकमें अच्छा कार्य कर रहे है, परन्तु दो वर्षो से आयी कोरोना महामारी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग को आैर भी बेहतर कार्य करने की आवश्यकता है।
उपमुख्यमंत्री व चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक बुधवार को डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान और पॉवर फाइनेंस कॉर्पोरेशन के बीच मोबाइल कैंसर डिटेक्शन और जागरुकता वाहन प्राप्त करने के लिए हुए करार के मौके पर आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। साढ़े तीन करोड़ रुपये की लागत वाली यह मोबाइल वैन पॉवर फाइनेंस कॉर्पोरेशन की ओर से कॉर्पोरेट सोशल रेस्पांसबिलिटी के तहत प्रदान की जा रही है। कार्यक्रम के दौरान ब्रजेश पाठक ने संस्थान में एक विभाग से दूसरे में मरीज रेफर करने के लिए मोबाइल एप का शुभारंभ भी किया।
ब्रजेश पाठक ने मोबाइल वैन के लिए धन मुहैया कराने के लिए पॉवर फाइनेंस कॉर्पोरेशन के अधिकारियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में अन्य आवश्यकतों में समय- समय पर सहयोग किया जा सकता है। उन्होंने संस्थान के डॉक्टरों से मरीजों की सेवा पूरी जिम्मेदारी से करने की अपील की। उन्होंने सभी लोगों को सुझाव देते हुए कहा कि इलाज के दौरान किसी कारणवश किन्ही दवाइयों का उपयोग नहीं किया जाता है। तो ऐसी दवाओं को संस्थान को वापस कर दिया करें, ताकि किसी जरूरतमंद के प्रयोग लिया जा सके।
कार्यक्रम में राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने भी डॉक्टरों से अपील की कि मरीजों को बेहतर इलाज दिया जाए, ताकि मरीज सतुष्ट होकर जाए। आने वाले सभी मरीजों को इलाज मुहैया कराया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सभी प्रकार चिकित्सा संसाधन मुहैया करा रही है, ताकि मरीजों को उच्चस्तरीय इलाज दिया जा सके।
कार्यक्रम में लोहिया संस्थान की निदेशक डॉ. सोनिया नित्यानंद ने कहा कि 3.5 करोड़ की लागत की कैंसर डिक्टेशन मोबाइल वैन के लिए काफी समय से प्रयास किया जा रहा था। वर्तमान में इसके लिए करार हो गया है। जल्द ही यह वैन हमें प्राप्त हो जाएगी। यह मोबाइल वैन पूरे प्रदेश में जाकर कैंसर की जांच और इलाज के लिए जागरुक करेगी। इस वैन में कई आधुनिक मशीन लगी होगी, ताकि मौके पर मरीज की कैंसर की जांच की जा सके। ज्यादातर कैंसर के मरीज अंतिम स्टेज में अस्पताल इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं। समय से कैसंर की पहचान और इलाज होने पर लोगों की जान बचायी जा सकती है।
इस दौरान एक एप की शुरू आत की गयी। इसकी खास बात यह है कि मरीज का पूरा ब्यौरा भरकर उसकी सभी सूचनाएं रेफर होने वाले विभाग में पहुंच जाएंगी। अभी तक इस काम के लिए स्टॉफ और तीमारदारों को दौड़ लगानी पड़ती थी। इसके बाद समय में बचत होगी तथा मरीजों का इलाज अौर आसान होगा। कार्यक्रम में पॉवर फाइनेंस कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक रविंदर सिंह ढिल्लो ने कहा कि इस वैन के लिए एक बार रकम जारी की गई थी, लेकिन निर्धारित समय पर प्रक्रिया पूरी न होने की वजह से यह लैप्स हो गया था। नये मंत्री और निदेशक के प्रयासों से यह दोबारा जारी हो रहा है। इसी वित्तीय वर्ष में इसका उपयोग करना होगा।
इस मौके पर लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह के प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि इस वैन के लिए राजनाथ सिंह ने प्रयास किया था। कॉर्पोरेट सोशल रेस्पांसबिलिटी के तहत महारत्न कंपनी पॉवर फाइनेंस कॉर्पोरेशन मोबाइल वैन के लिए रकम दान कर रही है।