सरकारी व निजी अस्पतालों के साथ पैथालॉजियों को निर्देश जारी
लखनऊ। कानपुर में जीका वायरस के लगातार मरीज मिलने के बाद अब राजधानी में भी स्वास्थ्य विभाग ने हाई अलर्ट कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी सरकारी व निजी अस्पतालों के साथ पैथालाजी को दिशा निर्देश जारी कर दिये गये है। इसके साथ ही संचारी अभियान तेज कर दिया गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने जारी निर्देश ने कहा है कि जीका वायरस रोग एक मच्छर जनित नया उभरता रोग है। जीका वायरस जीनस फ्लेविवायस तथा फैमिली फ्लेविविरिडी के तहत आता है। प्रदेश के कुछ जनपदों में जीका वायरस के मरीज मिले है। इसको देखते हुए जीका वायरस से बचाव के लिए सतर्कता बेहद आवश्यक हैै। इस तहत राजकीय एवं निजी चिकित्सलयों, नर्सिग होम, पैथालाजी आदि को दिशा-निर्देश निर्गत कर दिये गये है। भर्ती होने आये मरीज व जांच कराने आये मरीज में इन लक्षणों की जानकारी रखनी होगी। अगर मरीज मिलता है, तो इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को देनी होगी।
इसके तहत दो सप्ताह पूर्व किसी ऐसे देश की यात्रा की हो जहॉ जीका मरीज मिल रहे हो। लक्षणों में मरीज के बुखार एवं शरीर पर दाने (चकत्ते),जोड़ो या मांसपेशियों में दर्द, ऑखे लाल होना,सिर में दर्द व भारीपन महसूस हो रहा हो।
संचारी रोग विभाग ने कहा है कि जीका वायरस रोग का नियन्त्रण नियमित वेक्टर सर्विलांस एवं एकीकृत प्रबंधन द्वारा किया जाना चाहिए। जल एकत्रित करने वाले पात्रों का मच्छर के लार्वा व प्यूपा की उपस्थिति हेतु सर्वेक्षण नियमित रूप से किया जाना चाहिए।