लखनऊ। बलरामपुर अस्पताल में भर्ती बुजुर्ग महिला मरीज की एचएमपीवी रिपोर्ट निगेटिव आयी है, जबकि इसी महिला की पहली जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी यानी की महिला एचएमपीवी वायरस से पीड़ित थी। इलाज के दौरान संक्रमण मुक्त हो गई। अस्पताल प्रशासन ने मरीज का नमूना किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में भेजा था, जहां जांच रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को भेजी है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
मोतीनगर के नेहरू नगर हनुमान मंदिर के पास रहने वाली बुजुर्ग महिला को खांसी, बुखार की समस्या 22 नवंबर से शुरू हुई। परिजनों ने वृद्धा को स्थानीय डाक्टरों को दिखाया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। तबीयत बिगड़ने पर परिजनों ने मरीज को जनवरी में कानपुर रोड स्थित अपोलो अस्पताल में दिखाया, जहां डाक्टरों ने महिला में निमोनिया आैर एचएचपीवी होने की आशंका जाहिर की। सात जनवरी को नमूना लेकर चरक पैथोलॉजी एंड डायग्नोस्टिक सेंटर में जांच करायी गयी तो रिपोर्ट में एचएमपीवी की पुष्टि की गयी। गत बुधवार रात मरीज को बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती किया गया,
जहां डाक्टरों ने बुजुर्ग महिला का दोबारा नमूना लिया। जांच के लिए नमूना केजीएमयू माइक्रोबायोलॉजी विभाग भेजा। साथ ही निजी अस्पताल में भर्ती के वक्त लिया गया नमूना भी माइक्रोबायोलॉजी विभाग भेजा गया। केजीएमयू के प्रवक्ता डा. सुधीर सिंह ने बताया कि महिला के दो नमूने केजीएमयू के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की लैब को प्राप्त हुए थे। पहला नमूना पॉजीटिव रहा। यह पूर्व में निजी अस्पताल में भर्ती होने के समय का था, जबकि दूसरा नमूना बलरामपुर अस्पताल में भर्ती के दौरान लिया गया था, जोकि जांच में निगेटिव आया। महिला में एचएमपीवी वायरस की पुष्टि नहीं हुई है।