केजीएमयू
लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के नेत्र रोग विभाग के विशेषज्ञ डाक्टरों ने आंख की जटिल सर्जरी करके जीवन में अधेंरा होने से बचा लिया है। थोड़ी सी चूक होने पर मछली का कांटा मरीज के बांयी आंख में फंस गया था।
रायबरेली निवासी 20 वर्षीय मरीज नवीद की बायीं आंख में सात दिसंबर की दोपहर को मछली का कांटा लगने से काफी चोट लग गयी। मछली का कांटा छत से लटका हुआ था और थोड़ी सी चूक के कारण उसकी बायीं आंख में फंस गया। मरीज ने रायबरेली में एक स्थानीय डॉक्टर से इलाज कराने गया। जहां से उसे इलाज में बेहतर प्रबंधन के लिए एक हाईटेक हास्पिटल के लिए रेफर कर दिया गया। मरीज ने केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर इलाज कराने के लिए पहुंचा। जहां उसका प्राथमिक इलाज करने के बाद उच्चस्तरीय प्रबंधन के लिए उसे नेत्र विभाग भेज दिया गया।
नेत्र रोग विभाग में आंख की जांच और सीटी स्कैन द्वारा चोट की गहनता से पड़ताल किया गया, जहां यह आंख की पुतली की दीवार में चोट के निशान देखा गया। ऑकुलोप्लास्टी विशेषज्ञ डॉ गौतम लोकदर्शी से लाइन आफ सर्जरी पर परामर्श किया गया। इसके बाद डॉ गौतम लोकदर्शी के मार्गदर्शन में डॉ विशाल कटियार, डॉ स्वेता और डॉ आन्वी द्वारा मरीज का सफल सर्जरी की गयी आैर मछली का कांटा सफलतापूर्वक निकाल कर मरीज की आंख की रोशनी बचा ली गयी।