लखनऊ। कोरोना संक्रमण के बाद इस बार नव वर्ष का स्वागत करने के लिए सड़कों पर जम कर जश्न मनाया गया। जश्न में लोगों ने सभी कायदे कानून को किनारे रखते हुए कड़कड़ाती ठंड के बावजूद देर रात तक जमकर हुड़दंग मचाया। सड़कों पर तेज रफ्तार से गाड़िया दौड़ी, जिसके कारण हुए सड़क दुर्घटनाओं में 103 लोग चोटिल होकर एम्बुलेंस व निजी वाहनों से केजीएमयू के ट्रामा सेंटर सहित राजधानी के विभिन्न अस्पतालों में पहुंचे।
इलाज के दौरान पता चला कि घायलों में से काफी संख्या ने शराब का सेवन कर रखा था। आंकड़ों के अनुसार इलाज के लिए आने वालों में दो दर्जन से अधिक के शरीर में फ्रैक्चर, आधा दर्जन हेड इंजरी मिली है। कई घायलों को गंभीर हालत में भर्ती कराया गया। दो दर्जन से अधिक को प्राथमिक इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया।
केजीएमयू के इमरजेंसी ट्रामा सेंटर में रोड एक्सीडेंटों में चोटिल हुए सबसे अधिक 65 घायल शनिवार देर रात भर्ती किए गए। घायलों की इलाज के दौरान जांच में 15 घायल नशे में धुत होकर गाड़ी चला रहे थे। ट्रॉमा सेंटर के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ.संदीप तिवारी ने बताया कि इनमें से तीन को हेड इंजरी मिली है आैर इनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
कानपुर रोड स्थित लोक बंधु हास्पिटल प्रशासन के अनुसार शनिवार की रात आठ बजे से लेकर रात दो बजे तक 13 घायल अस्पताल पहुंचे। इनमें कई शराब के धुत थे। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि घायलों को इमरजेंसी में भर्ती कर इलाज किया गया। इनमें दस को प्राथमिक इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया, अन्य के दो हाथ व पैर में फ्रैक्चर व अन्य चोटें आयी हैं।
लोहिया संस्थान में नये वर्ष के हुड़दंग के दौरान सड़क दुर्घटना में बारह घायल शनिवार देर रात तक इमरजेंसी में पहुंचे। यहां के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विक्रम सिंह ने बताया कि घायलों का इमरजेंसी में भर्ती कर इलाज किया गया। जब कि आधा दर्जन को प्राथमिक इलाज के बाद भेज दिया गया है। वही सिविल अस्पताल में सात घायल पहुंचे। इनमें एक घायल के सिर में ज्यादा चोट होने पर डॉक्टरों ने ट्रामा सेंटर रेफर कर किया, जब कि बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में शनिवार की रात पांच घायल भर्ती हुए। इनके सिर, हाथ, पैर व शरीर के दूसरे अंगों में चोटें आयी है।