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लखनऊ । लविवि के तिलक छात्रावास में बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (बीएफए) तृतीय वर्ष की छात्रा अंशिका गुप्ता (21) का बुधवार शाम फंदे से शव लटका मिला। जिस वक्त छात्रा ने आत्मघाती कदम उठाया, उस समय वह हॉस्टल के कमरे में अकेली थी। उसके साथ रहने वाली दो छात्राएं खरीदारी करने बाजार गई थी। प्रथम दृष्टिया में यह सामने आया कि छात्रा ने जान देते वक्त लाइव वीडियो कॉल में थीं। कॉल के दौरान उसने फंदा लगा लिया। पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है। हालांकि, पुलिस ने छात्रा के परिजनों को जानकारी देते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए
सूत्रों की मानें तो, प्रयागराज जनपद के अल्लापुर निवासी अशोक अग्रहरि माइको फाइनेंसकर्मी है। बेटी अंशिका लविवि में बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स तृतीय वर्ष की छात्रा था। वह विश्वविद्यालय परिसर में बने तिलक छात्रावास के पहले तल पर बने कमरे में दो अन्य सहेलियों के साथ रहती थी।
सूत्रों की मानें तो, बुधवार की शाम अंशिका साथ रहने वाली दो छात्राएं खरीदारी करने बाजार गई थी। कुछ देर बाद वह वापस लौटी तब हॉस्टल का कमरा अंदर से बंद था। सहेलियां काफी देर तक बाहर खड़ी होकर दरवाजा खटखटाती रही, लेकिन अंदर से कोई जबाव नहीं आया। किसी तरह सहेलियों ने खिड़की से झांक कर देखा तो अंशिका का शव फंदे से लटकता पाया। यह देखकर बाहर खड़ी सहेलियां चीखने लगी। उनका शोर सुनकर छात्रावास की अन्य छात्राएं वहां पहुंच गई। फिर घबराई छात्राओं ने फौरन पुलिस कंट्रोल रूम पर सूचना देते हुए लविवि प्रशासन को जानकारी दी। सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने छात्रा के शव को दरवाजा तोड़कर शव को फंदे से उतारा। फिलहाल, मौके पर भारी संख्या में छात्र और पुलिसकर्मी मौजूद हैं।
लविवि छात्रों ने रोकी एम्बुलेंसअंशिका की मौत के बाद छात्रावास में लविवि के सैकड़ों छात्र एकत्र हो गए। इसके बाद छात्रों ने एम्बुलेंस को रोक लिया और मामले की जांच कराए जाने की मांग को लेकर वह हंगामा करने लगे। प्रथम दृष्टिया में यह बात सामने आई कि अंशिका ने आत्मघाती कदम से उठाने से पूर्व मोबाइल कैमरा ऑन कर वीडियो रिकॉर्ड के लिए छोड़ दिया। इसके बाद फंदे पर लटक गई। घटना का पता उस वक्त चला, जब उसकी एक दोस्त उसे बुलाने के लिए गई।
फोरेंसिक टीम ने एकत्र किए साक्ष्य पुलिस के आलाधिकारियों ने बताया कि मामले की जानकारी मिलते ही घटनास्थल पर फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। जिसके बाद पुलिस की मौजूदगी ने फोरेंसिक टीम ने हॉस्टल के कमरे से साक्ष्य एकत्र किए। इसके बाद परिजनों को घटना की जानकारी देते हुए छात्रा के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा रहा है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।