लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के क्लीनिकल इम्यूनोलॉजी एंड रुमेटोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. पुनीत कुमार का कहना है कि ल्यूपस एक जटिल ऑटोइम्यून बीमारी है। इस डिजीज में कार्डियक, किडनी,लंग, ब्लड, ज्वाइंट और स्किन सहित शरीर के किसी भी हिस्से में सूजन आ सकती है। स्किन में, गालों पर तितली के आकार में चक्कते बन जाते हैं। प्रो. पुनीत शुक्रवार को ल्यूपस डे के मौके पर रुमेटोलॉजी विभाग में आयोजित कार्यक्रम में सम्बोधित कर रहे थे।
डॉ मुकेश ने बताया कि लगातार थकान, ज्वाइंट और मांसपेशियों में दर्द और प्रकाश संवेदनशीलता इस डिजीज के प्रमुख लक्षण होते हैं। यहां पर प्रति एक लाख जनसंख्या पर 14 से 60 लोग इस बीमारी की चपेट में आते हैं। कार्यक्रम में एमबीबीएस मेडिकोज को जागरूक करने के लिए पोस्टर एवं स्लोगन प्रतियोगिता आयोजित की गयी।
डॉ मुकेश एवं डॉ लिली द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में डॉ देवेश और डॉ गौरी को प्रथम स्थान, डॉ अनन्या और डॉ अवंतिका को द्वितीय, डॉ अनुपमा एवं डॉ मुकुल को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। प्रतियोगिता में विजयी छात्रों को डॉ पुनीत एवं डॉ उर्मिला धाकड़ ने पुरस्कृत कि या। कार्यक्रम में डॉ कीर्ति, डॉ प्रसन्ना, डॉ अभिलाष, डॉ निशांत, डॉ अंकुश, डॉ किशन, डॉ निधिश, डॉ पराग, डॉ संजय, डॉ अंजुम,डॉ दर्पण, डॉ आकृति, डॉ प्रसुन्ना मौजुद रहे।