लखनऊ। राजधानी में कोरोना संक्रमण एक बार फिर बढ़ने लगा है। शनिवार को 10 मरीजों में कोरोना संक्रमण मिला है। वही कोरोना संक्रमण से दो मरीज ठीक हो कर डिस्चार्ज हो गये, जबकि 34 कोरोना के सक्रिय मरीज है। कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने पर स्वास्थ्य विभाग ने सतर्क हो गया है।
कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या राजधानी में धीरे- धीरे बढ़ने लगा है। राजधानी के संवेदनशील क्षेत्र अलीगंज, चौक, आलमबाग, गोमतीनगर व इंदिरानगर आदि में कोरोना संक्रमण के मरीज लगातार मिलने लगे है। अलीगंज क्षेत्र में तीन कोरोना के संक्रमित मरीज मिले है। संक्रमण की पुष्टि के बाद सभी मरीजों की जीनोम सिक्वेंसिंग टेस्ट कराया जा रहा है, जबकि बृहस्पतिवार को छह लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी।
लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग अधिकारी सतर्क हो गये है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल ने अस्पतालों को अलर्ट जारी कर दिया है। सभी अस्पतालों को कोविड नियमों का पालन करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि राजधानी में वर्तमान में सात से नौ हजार प्रतिदिन कोरोना के आरटीपीसीआर टेस्ट हो रहे है। इसके अलावा वर्तमान में कोरोना मरीज के सम्पर्क में आने वाल पचास लोगों की जांच करायी जा रही है।
स्वास्थ्य अधिकारियों का मानना है कि लगातार लोग कोरोना संक्रमण कम होने पर लापरवाही बरत रहे है। बाजार-मॉल हर जगह बेहिसाब भीड़ हो रही है। कहीं भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन नही हो रहा है। लोग मास्क का प्रयोग नहीं कर रहे हैं। इस लापरवाही से लोगों को दिक्कत हो सकती है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि कोरोना को लेकर अभी भी बहुत सावधानी बरतने की आवश्यकता है। लापरवाही से कोरोना संक्रमण बढ़ सकता है। लोगों को भीड़ भाड़ वाली बाजार व अन्य स्थानों पर जाने पर प्रोटोकाल का पालन करना चाहिए। स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि जो लोग अभी तक कोरोना वैक्सीन नही लगवाये है। वह लोग कोरोना की वैक्सीन जरूर लगावाएं। 12 से 14 साल के बच्चों को भी वैक्सीन लगवायी जही है। मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें। बेवजह घर से बाहर निकलने पर परहेज करें। उन्होंने बताया कि ओपीडी व इमरजेंसी में लक्षण वाले लोगों की कोरोना की जांच कराई जाए। ताकि समय पर कोरोना संक्रमितों की पहचान की जा सके। विशेषज्ञों ने चौथी लहर की आशंका जाहिर कर दी है। कुछ जनपदों में कोरोना संक्रमण के मरीज लगातार बढ़ रहे है। विशेषज्ञों की माने तो जून-जुलाई में संक्रमण का पीक पर आने की संभावना है।