लखनऊ। राजधानी के ठाकुरगंज स्थित हाजी कालोनी में एटीएस और संदिग्ध आतंकी के बीच चले 11 घंटे के मुठभेड़ में आखिरकार संदिग्ध आतंकी सैफुल्ला मारा गया । मारे गये आतंकी का हाथ मंगलवार को मध्यप्रदेश में हुये ट्रेन धमाके में बताया जा रहा है । इसके अलावा एमपी में चार व यूपी में तीन संदिग्ध और पकड़े गये हैं। कल शाम शुरू हुये इस मुठभेड़ में पहले तो संदिग्ध आतंकी के साथ एक और साथी के होने की बात कही जा रही थी। लेकिन बाद में जब मुठभेड़ समाप्त हुयी तब जाकर मामला साफ हो सका। कि दो नहीं बल्कि एक आंतकी ही 11 घंटो तक एटीएस को छकाता रहा ।
फिलहाल खबर लिखे जाने तक शव को कब्जे में लेकर पुलिस ने पूरे मकान को सील कर दिया है। वहीं मौके पर एनआईए की टीम के आने की बात भी पता चली है। ऐसा माना जा रहा है कि आगे की जांच एनआईए को सौंपी जायेगी। मारे गये संदिग्ध आतंकी की उम्र लगभग 23 साल बतायी जा रही है। उसके पास से पुलिस एक बैग व पिस्टल बरामद हुयी है,साथ ही एक टाइम टेबल भी मिला है। जिसमें आतंकी के उठने से लेकर अन्य कार्यो का समय लिखा बताया जा रहा है।
आतंकी और एटीएस की मुठभेड़ के प्रमुख अंश –
एटीएस के आईजी असीम अरूण इस पूरे मुठभेड़ की मानिटिरिंग कर रहे थे। आतंकी तथा एटीएस की मुठभेड़ कल लगभग शाम 4 बजे प्रारम्भ हुयी। एक तरफ आतंकी से एटीएस लोहा ले रही थी। तो वहीं दूसरी तरफ हजारोें की भीड़ भी इस मुठभेड़ को देखने के लिए बेकाबू हो रही थी। सबसे पहले संदिग्ध आतंकी की सूचना मिलते ही पुलिस व एटीएस के जवानों ने आस-पास के घरों से लोगों को सुरक्षित निकाला। तबतक आईजी जोन सतीश गणेश भी मौके पर पहुंचे गये। उसके बाद आतंकी तथा पुलिस के बीच फायरिंग शुरू हो गयी । इस तरह पूरी रात सर्च आपरेशन व गोलियों की तड़तड़ाहट सुनायी देती रही। दूसरे दिन सुबह लगभग 3 बजे एटीएस के आईजी असीम अरूण ने संदिग्ध आतंकी के मारे जाने की सूचना देते हुये आपरेशन समाप्त होने की घोषणा की।