लखनऊ। राजधानी में कोरोना से लगातार मौत बढ़ रही है। कोरोना संक्रमण से दो पत्रकार , बाराबंकी के फार्मासिस्ट सहित 17 की मौत हो गयी। इनमें एक प्रेस क्लब का कर्मी भी शामिल है। कोरोना से राजधानी में कोरोना संक्रमण से पांच मौत हो गयी, जब कि गैर जनपदों से इलाज करने वाले मरीजों की संख्या ग्यारह है। इनमें ज्यादातर मरीज गंभीर हालत में यहां इलाज कराने के लिए पहुंचे थे आैर उनकी इलाज के दौरान मौत हो गयी। विशेषज्ञों का मानना है कि लखनऊ में बेहतर इलाज की उम्मीद से गैर जनपदों से लगातार गंभीर हालत में कोरोना संक्रमण के मरीज रेफर हो कर आ रहे है। कई मरीज को बिस्तर न मिलने के कारण निजी कोविड-19 अस्पतालों में भर्ती होने को मजबूर हो रहे है। हालांकि
केजीएमयू के लिम्ब सेंटर में कोविड-19 हास्पिटल शुरू होने से क्रिटकल मरीजों को राहत मिली है।
राजधानी के समाचार पत्रों में तैनात दो अलग- अलग पत्रकार कोरोना संक्रमण से पीड़ित चल रहे थे। उनकी आज इलाज के दौरान मौत हो गयी। लगातार पत्रकारों की मौत से मीडियाजगत स्तब्ध है। इसके अलावा प्रेस क्लब में तैनात एक कर्मी की मौत भी संक्रमण के कारण हो गयी। वही बाराबंकी में तैनात फार्मासिस्ट की कोरोना संक्रमण से मौत हो गयी। अब तक प्रदेश के विभिन्न जनपदों में तैनात फार्मासिस्टों की मौत हो चुकी है। वहीं आशियाना निवासी 59 वर्षीय पुरुष की मौत कोरोना से मौत हो गयी। डाक्टरों के अनुसार मधुमेह आैर हाई ब्लड प्रेशर की समस्या थी। इलाज के दौरान मरीज को कार्डियोंपल्मोनरी अरेस्ट के कारण मौत हो गयी। वही विष्णु लोक कालोनी निवासी 50 वर्षीय की मौत कोरोना वार्ड में हो गयी। मरीज को एक्यूट रेस्पेटरी डिस्ट्रेस सिड्रोंम के कारण मौत हो गयी।
गैर जनपदों में हरदोई के इंदिरा नगर निवासी 62 वर्षीय पुरुष की कोरोना वार्ड में मौत हो गयी। मरीज को बारह सितम्बर को भर्ती कराया गया था आैर रेस्पटरी फेल्योर के कारण उसकी मौत हो गयी। इसके अलावा बलिया, उन्नाव, रायबरेली, बहराइच, महाराजगंज, अमेठी, प्रयागराज, शाहजहांपुर, आजमगढ़, राजस्थान के क्रमश: एक- एक कोरोना संक्रमित मरीज की मौत इलाज के दौरान हो गयी।