लखनऊ – केजीएमयू के एनेस्थिसिया विभाग में संकाय सदस्यों के 33 पद सृजित हैं। इन दिनों 23 संकाय सदस्य कार्यरत थे, जिसमें माह भर पहले एक संकाय सदस्य की मौत हो गई। 10 पद खाली चल रहे हैं। इनकेलिए साक्षात्कार की प्रक्रिया शुरू हुई थी, लेकिन एमसीआई की रोक की वजह से अभी नियुक्ति नहीं हो सकी है। इसी तरह यहां पहले प्रांतीय चिकित्सा सेवा के 17 डाक्टर और केजीएमयू के एक डाक्टर को डिप्लोमा का कोर्स कराया जाता था। ये सभी चिकित्सक विशेषज्ञ के तौर पर आपरेशन थियेटर में मौजूद रहते थे।
एनेस्थिसिया विभाग में चल रही डिप्लोमा की 18 सीटें भी कम हो गई हैं। इससे मरीजों की समस्या और बढ़ गई है। इतना ही नहीं एनेस्थेटिस्ट और सर्जन्स के बीच चल रही खींचतान में भी मरीज पिस रहे हैं।लेकिन अब इन पदों को खत्म कर दिया गया है। इसकेबदले विभाग में एमडी के 21 पद बढ़ा दिए गए हैं। लेकिन ये पद इस साल के बाद शुरू होंगे। इसी तरह यहां 21 जूनियर रेजीडेंट हर साल आते हैं। केजीएमयू के जिम्मेदार अधिकारी कहते हैं गर्मी की छुट्टी हर साल होती है। सभी विभागों के चिकित्सक बारी-बारी से अवकाश पर जाते हैं। ऐसे में गंभीर मरजों का उपचार प्रभावित नहीं होगा। वही ऑपरेशन टाले जाते हैं, जिन्हें बाद में किया जा सकता है। छुट्टी से लौटने के बाद वक्त बढ़ाकर वेटिंग को कम कर लिया जाता है।
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