लखनऊ। राजधानी में ब्लैक फंगस से एक और मरीज की ब्लैक फंगस से मौत हो गई। आंकड़ों के अनुसार 4 दिन में 3 मरीजों की मौत ब्लैक फंगस से हो चुकी है ।राजधानी में ब्लैक फंगस पीड़ितों की संख्या बढ़कर 44 हो गई है।
बताया जाता है कि जानकीपुरम के समीप स्थित आवासीय कॉलोनी निवासी 58 वर्षीय पुरुष कोरोना से संक्रमित होने के बाद लगातार दवाओं के सेवन और प्रोटोकॉल का पालन करते हुए उन्होंने कोरोना की जंग जीत ली। इसके बाद उन्हें पोस्ट कोविड दिक्कतें शुरू होने लगी। इसी बीच मरीज के चेहरे और आंख के आसपास सूजन आने लगी। घबराए परिजन दस मई को मरीज को लेकर फैजाबाद रोड स्थित निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां के डॉक्टरों ने ब्लैक फंगस की आशंका में सीटी स्कैन, एमआरआई व अन्य दूसरी जांच कराई, जिसमें ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई। जान बचाने के लिए डॉक्टरों द्वारा लगातार छह दिन तक इलाज के बाद भी मरीज ब्लैक फंगस से 16 मई को मौत हो गई । अस्पताल प्रबंधन के अनुसार प्रतिदिन तीन से चार संदिग्ध मरीज आ रहे हैं। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार पिछले एक सप्ताह से अब तक ब्लैक फंगस पीड़ित 10 मरीजों की सर्जरी की जा चुकी हैं। इसमें आंख व चेहरे समेत दूसरे अंगों में फैले ब्लैक फंगस का ऑपरेशन किया जा चुका है।
केजीएमयू में 24 घंटे के दौरान ब्लैक फंगस पीड़ित 11 मरीजों को भर्ती हुए है। प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक ब्लैक फंगस के मरीजों को अलग वार्ड में भर्ती किया जा रहा है। नाक कान गला, सर्जरी विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों के डॉक्टरों की टीम इन मरीजों का इलाज कर रही है। वर्तमान में 26 मरीज भर्ती हैं। इनमें 6 मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है। लोहिया संस्थान में ब्लैक फंगस के तीन मरीज भर्ती हैं। सभी का इलाज चल रहा है। सिप्स हॉस्पिटल में पांच मरीजों को इलाज मुहैया कराया जा रहा है। इसमें दो मरीज भर्ती हैं।