लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय लगभग छह महीने बाद सोमवार से सभी विभागों की ओपीडी शुरू कर दी गयी। सिर्फ आनलाइन पंजीकरण वाले ही मरीज सभी विभागों की ओपीडी में कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करते हुए देखे गये। ऑनलाइन पंजीकरण 389 मरीजों ने कराया था, जिनमें ओपीडी में 92 मरीज में नहीं आये।
बताते चले कि लॉकडाउन होने से पहले केजीएमयू की ओपीडी में प्रतिदिन आठ से नौ हजार मरीज आ रहे थे। कोरोना महामारी में लॉकडाउन के कारण लगभग सभी विभाग की ओपीडी बंद चल रही थी। सिर्फ जटिल विभागों की ओपीडी चल रही थी। अब कोरोना प्रोटोकॉल के तहत ओपीडी शुरू की गयी है। इसके तहत सिर्फ ऑनलाइन पंजीकरण कराने वाले मरीजों को ही ओपीडी में देखा गया। प्रत्येक विभाग में 20 नये मरीज व 30 पुराने फालोअप वाले मरीज देखने के निर्देश हैं।
केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिह ने बताया कि ओपीडी में आने के लिए ऑनलाइन कुल 389 लोगों ने पंजीकरण कराया था। इसमें 297 मरीज अोपीडी पहुंचे। शेष 92 मरीज आनलाइन पंजीकरण के बाद भी ओपीडी नही पहुंचे। डॉ. सिंह का दावा है कि डॉक्टर की परामर्श देने पर मरीजों की जरूरी खून की व रेडियोलॉजी की जांच कराई गई। मरीजों को भर्ती भी ओपीडी से शुरू कर दी गयी है।
उधर स्वास्थ्य विभाग के तहत चलने वाले बीकेटी स्थित राम सागर मिश्र हॉस्पिटल में नॉन कोविड ओपीडी शुरू कर दी गयी है। यहां पर पहले दिन 50 मरीज ओपीडी में देखे गए। डॉक्टरों का कहना है कि सामान्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों की इमरजेंसी भी शुरू कर दी गयी है।