लखनऊ । राजधानी में कोरोना मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। कोरोना संक्रमण से मरने वालों में राजधानी ही नहीं गैर जनपदों के मरीज भी शामिल है। कोरोना से मरने वाले मरीजों का आंकड़ा आज 129 पहुंच गया। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में इलाज करा रहे मरीजों में राजधानी ही नहीं अन्य जनपदों के मरीज भी कोरोना संक्रमित है। डॉक्टरों के अनुसार ज्यादातर उन मरीजों की हालत ज्यादा गंभीर हो जाती है ,जोकि डायबिटीज, फेफड़े की बीमारी, हाई ब्लड प्रेशर या अन्य किसी जटिल बीमारी से पहले से पीड़ित हैं और उनका इलाज चल रहा है। केजीएमयू के कोरोना वार्ड में पचरौआ निवासी 45 वर्षीय पुरुष मरीज की मौत हो गई। मरीज को 30 जुलाई को भर्ती कराया गया था।
डॉक्टरों के अनुसार मरीज को मल्टी ऑर्गन डिस्फंक्शन के अलावा एक्यूट रेस्पिरेट्री डिस्ट्रेस सिंड्रोम हो गया था। इन्हीं सब कारणों से मरीज की मौत हो गई। इसी प्रकार शुक्लागंज निवासी 44 वर्षीय पुरुष कि आज कोरोना संक्रमण से मौत हो गई। मरीज को 2 अगस्त को भर्ती कराया गया था। मरीज को क्रॉनिक लिवर डिजीज के अलावा अन्य बीमारी भी थी। जिस कारण मरीज की मौत हो गई। लखनऊ निवासी 42 वर्षीय पुरुष की आज कोरोना से मौत हो गई। डॉक्टरों के अनुसार मरीज को 28 जुलाई को भर्ती कराया गया था। मरीज की जांच में डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी थी। इलाज के दौरान मरीज की किडनी फेल होने लगी थी। यही मरीज की मौत का कारण बनी। इसके साथ ही महमूदपुर निवासी 40 वर्षीय पुरुष की मौत कोरोना वर्ल्ड में हो गई। मरीज को 22 जुलाई को भर्ती किया गया था। डॉक्टरों के अनुसार मरीज की भर्ती के समय ही हालत गंभीर बनी हुई थी। डॉक्टरों ने जांच में उसे हाई ब्लड प्रेशर के अलावा मानसिक दौरों की शिकायत भी थी। डॉक्टरों का कहना है कि इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई। कोरोना का इलाज कराने हरिद्वार से आए 57 वर्षीय पुरुष की आज मौत हो गई। मरीज को परिजनों ने 22 जुलाई को केजीएमयू में भर्ती कराया था। डॉक्टरों के अनुसार कोरोना संक्रमण के कारण रेस्पिरेट्री फैलियर हो गया था। केजीएमयू के विशेषज्ञ डॉक्टरों का कहना है कि गंभीर मरीजों के लिए आईसीयू के साथ ही वेंटीलेटर की व्यवस्था भी है। गंभीर से गंभीर मरीजों का इलाज किया जाता है।