नवजात से लेकर गरीब तक वसूली मुख्यमंत्री अखिलेश के ड्रीम प्रोजेक्ट को किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय प्रशासन का चकनाचूर कर रहा है। क्वीन मेरी अस्पताल नवजात शिशुओं से भी इलाज का शुल्क ले रहा है। भर्ती शुल्क से लेकर पंजीकरण शुल्क तक लिया जा रहा है। वही गरीब व असाध्य रोग के दर्द से जूझ रहे बीपीएल मरीजो की शनिवार से निशुल्क भर्ती पर रोक लगा दी है और इलाज हेतु भर्ती होने के लिए 350 रूपये चार्ज लिए जाएगे।
इसका काफी अभिभावक विरोध कर चुके है –
क्वीन मेरी में प्रसव के बाद अगर शिशु को नियोनेटल केयर यूनिट या अन्य इलाज किया जाता है तो उसका भी पर्चा बनाया जाता है। जकि शिशु का नामकरण न होने के कारण मां के नाम पर ही पंजीकरण व भर्ती शुल्क जमा होता है। इसका काफी अभिभावक विरोध कर चुके है लेकिन कोई सुनवाई नही होती है। उधर केजीएमय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ.एस सी तिवारी ने शनिवार को निर्देश जारी करते हुये ट्रामा वन व ट्रामा टू में भर्ती होने वाले समस्त मरीजोंं से भर्ती शुल्क लेने के निर्देश दिये गये हैं। निर्देश में केेवल लावारिश मरीज को बक्शा गया है। जबकि संस्थान के कर्मचारी से भी भर्ती शुल्क वसूलने लेने को कहा गया है। लावारिश मरीजों को निशुल्क भर्ती करने के लिए ऑन ड्यृटी पीआरओ को अधिकार दिया गया है।