अक्सर लोग अपने छोटे मोटे घावों पर ध्यान न देकर, उनका इलाज नहीं करते। नतीजा यह होता है की वही छोटा घाव एक दिन बड़ी मुसीबत का रूप धारण कर लेता है और फिर उससे निजात पाने के लिए ढेरों मुसीबतें उठानी पड़ती हैं। यहाँ हम कुछ ऐसे टिप्स बता रहे हैं जिन्हें ध्यान में रख, घाव लगने पर फर्स्ट ऐड या प्राथमिक उपचार किया जा सकता है।
ऐसे करें अपने छोटे मोटे घावों की देखभाल –
१- सबसे पहले तो किसी साफ़ कपडे की मदद से घाव को दबाकर खून बहन बंद करें। चाहे वह घाव किसी सुई आदि की चुभने के कारण हुआ हो, या नाखून लगने से, उसकी सफाई अवश्य करनी चाहिए।
२- यदि आपको इस कदर चोट लगी है की खून निकलने लगे तो याद कीजिये की पिछले दस सालों के दौरान आपने टिटनेस का टीका लिया है या नहीं ?यदि याद नहीं आता तो अपने डॉक्टर से तुरंत मिलिए।
३- घाव में किसी तरह का संक्रमण न हो, इसके लिए साबुन और बहते पानी से घाव की सफाई अवश्य करनी चाहिए। इसके लिए किसी एंटी सेप्टिक की बहुत जरूरत नहीं है पर इतना जरूर गौर कीजिये की आपके हाथ स्वच्छ है या नहीं। यदि आप किसी तरह का कुछ खर्चने का काम करते हैं , तो नाखूनों एवं हाथों पर जमीं धुल को मेडिकेटेड एल्कोहल की मदद से जल्द साफ़ करें।
४- छोटे मोटे घावों पर एंटी बिओटिक मरहम की कोई जरूरत नहीं है और उससे आपको कोई लाभ भी नहीं होगा। यदि आप यह चाहते है की घाव चिपके नहीं और उसके लिए आप पट्टी बंधवाते हैं तो पेट्रोलियम जेली का उपयोग करें। प्लेन पेट्रोलियम जेली घाव के लिए एंटीबॉयोटिक मरहमों से बेहतर साबित हो चुकी है। इससे इन्फेक्शन भी नहीं होता और न ही कोई एलर्जिक रिएक्शन ही होता है। साथ ही यह मरहमों के बनिस्बत सस्ता भी पड़ता है।
५- धूल और घाव को बढ़ने से रोकने के लिए छोटी बैंडेज कराएं। यदि आप घावों को स्वच्छ रखते हैं, तो घाव की प्रक्रिया शुरू होने पर बैंडेज खोल दें। हवा लगने से छोटे मोटे घाव जल्दी भरते हैं।