नवजात शिशु के झुलसने की घटना को शासन ने गंभीरता से लिया है। घटना की जानकारी केजीएमयू प्रशासन से मांगी है। उधर इस घटना के बाद खराब उपकरण ठीक कराने की याद आयी और आनन फानन में सभी को ठीक करा दिया गया। वैसे भी क्वीन मेरी अस्पताल में वार्मर में जुलसे बच्चे की घटना को एक सामान्य घटना मान कर चल रहा है। नियोनेटल केयर यूनिट की खामियों को दूर करके घटना से पल्ला झाड लिया है। उधर ट्रामा सेंटर में भर्ती बच्चे की हालत गंभीर बनी हुई है।
वार्मर का तापमान ज्यादा होने के कारण बच्चा झुलस गया था –
बताते चले की आशियाना निवासी कविता ने कुछ दिन पहले शिशु को जन्म दिया था। उस वक्त बच्चे की हालत में खराब होने पर उसे वार्मर पर भर्ती करा दिया था। बताया जाता है कि वार्मर का तापमान ज्यादा होने के कारण बच्चा झुलस गया था। इसके बाद बच्चे को केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती करा दिया है। जहां पर बच्चे की हालत खराब बनी हुई है। इस घटना के बाद होश में केजीएमयू प्रशासन ने आनन फानन में एन एन यू में खराब उपकरणों ठीक करा दिया है। अपनी गलती न मान कर केजीएमयू प्रशासन इसे मानवीय गलती मान रहा है। लोगो का कहना है अगर एन एन यू में गडबडी थी तो उसे दूर क्यो नही कराया जा रहा था।
भर्ती होने वाले बच्चों में खतरे में थी और केजीएमयू प्रशासन किसी घटना का इंतजार कर रहा था। केजीएमयू के प्रवक्ता मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा एस सी तिवारी कि कहना कि खराब उपकरण ठीक करा दिये है और यह सामान्य मानवीय गलती है।