लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय का बारहवां दीक्षांत समारोह मनाया गया। समारोह में मुख्य अतिथि इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस दिलीप बाबा साहेब भोसले थे। उन्होंने डाक्टरों से अपील की वह अपने प्रोफेशन के प्रति हमेशा ईमानदारी बरतें ताकि उससे मरीज को बेहतर इलाज मिल सके आैर खुद आत्म सतुष्टि प्राप्त हो सके। उन्होंने डाक्टरों को मेडिकोलीगल पर ध्यान देने व हैंड राइटिंग को सही रखने का भी परामर्श दिया। समारोह में राज्यपाल व कुलाधिपति रामनाईक भी मौजूद थे। उन्होंने डाक्टरों को मरीज के हित के लिए अपडेट रहने का परामर्श दिया।
समारोह में कुल सत्रह मेडल प्रदान किये गये, एमबीबीएस के मो, ताबिस को हीवेट मेडल व अविनाश डी गौतम को चांसलर व विश्वविद्यालय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रो. यूमान फांग यूएसए को मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। समारोह में पहली बार प्रो. रविकांत गोल्ड मेडल भी शुरू किया गया आैर क्लीनिकल स्कील्स एवं असेसमेंट के लिए सर्वश्रेष्ठ विभाग के लिए वाईस चासंलर अवार्ड की शुरूआत की गयी।
अपने प्रोफेशन के प्रति समर्पण व ईमानदारी बरतनी चाहिए –
चीफ जस्टिस ने कहा कि ज्यूडिशियल व डाक्टरी पेशा आम व्यक्ति से जुड़ा हुआ होता है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि अगर डाक्टर सही इलाज करता है तो बुखार का मरीज तीन से चार दिन में ठीक हो जाता है अगर जरा सी चूक हुई तो दिमागी बुखार भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि अपने प्रोफेशन के प्रति समर्पण व ईमानदारी बरतनी चाहिए। समारोह में कुलाधिपति व राज्यपाल ने राम नाईक ने कहा कि केजीएमयू के डाक्टरों ने विश्वपटल पर प्रतिभा का परिचय दिया है। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर कहा कि छात्राओं के आकंड़े देखे जाए तो छात्राओं ने मेडल सबसे ज्यादा प्राप्त किया है।
उन्होंने नये डाक्टरों से अपील की नये अनुसंधान व शोध होते रहते है। ऐसे में अध्ययन करते रहना चाहिए। इससे पहले समारोह की शुरू आत केजीएमयू शैक्षिक यात्रा से हुई। सैनिक बैंड की धुन पर शैक्षिक यात्रा में सबसे आगे कुल सचिव उमेश मिश्रा चल रहे थे। उनके पीछे-पीछे फैकल्टी डाक्टर चल रहे थे। सबसे अंत में कुलाधिपति राम नाईक व कुलपति प्रो.रविकांत चल रहे थे। केजीएमयू कुलपति प्रो. रविकांत ने डिग्री प्रदान करते हुए शपथ भी दिलायी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2009 में यहां पर कुल 44 विभाग थे आैर अब 80 हो चुके है।