लखनऊ। बलरामपुर, सिविल आैर वीरांगना अवंतीबाई महिला चिकित्सालय को साफ-सुथरा रखने के लिए तीन-तीन लाख रुपये मिले हैं, लेकिन चतुर्थश्रेणी व ठेका कर्मचारियों को धनराशि का 25 प्रतिशत हिस्सा नहीं मिला। इन दिनों अस्पतालों में डाक्टर से लेकर बाबू तक सभी सातवें वेतन आयोग को लेकर उनका मानदेय कितना बढ़ेगा आैर इनकम टैक्स से छूट कैसे मिले, इसको लेकर काफी व्यस्त दिखे। ऐसे में पुरस्कार स्वरूप मिलने वाली राशि कब बांटी जाएगी, इसका स्पष्ट कोई उत्तर देने वाला नहीं है।
डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल में 26 जनवरी को झण्डा रोहण के बाद निदेशक डा. हिम्मत सिंह दानू ने उत्कृष्ठ कार्य के लिए डाक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ आैर चतुर्थश्रेणी कर्मचारियों को पुरस्कृत करते हुए कायाकल्प का पैसा देने की घोषणा की थी। लेकिन यह राशि अभी तक कर्मचारियों को नहीं मिली है। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. आशुतोष दुबे ने बताया कि धनराशि नकद नहीं चेक के जरिए दी जानी है, उसके लिए आवेदन किया जा चुका है।
एलईडी टीवी में लागने की तैयारी है –
चेक का वितरण शीघ्र ही किया जाएगा। वीरांगना अवंतीबाई महिला चिकित्सालय (डफरिन) में साज-सज्जा करने की तैयारी है। एलईडी टीवी में लागने की तैयारी है। अस्पताल की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. सविता भट्ट ने बताया कि चतुर्थश्रेणी कर्मचारियों के कल्याण के लिए पैसा खर्च करने की योजना बनायी जा रही है। वहीं बलरामपुर अस्पताल में तमाम लाभार्थियों को इसकी जानकारी नहीं है कि उनके लिए पुरस्कार स्वरूप कोई पैसा आया है। अस्पताल के निदेशक डा. ईयू सिद्दीकी ने बताया कि इस मामले की पड़ताल करके न्यायोचित कार्रवाई करवाएंगे।