शूटर समेत तीन आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे

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लखनऊ। कारोबारी श्रवण साहू की गोली मारकर हत्या करने वाले शूटरों समेत तीन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने अपराधी अकील के इशारों पर श्रवण को गोली मारी थी। वारदात के बाद आरोपी बस से दिल्ली भाग गये थे। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

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– श्रवण साहू हत्याकाण्ड का खुलासा

एसएसपी मंजिल सैनी ने बताया कि अम्बेडकरनगर के पटना मुबारकपुर निवासी सत्यम उर्फ उत्तम उर्फ राकी, बस्ती के इज्जरगढ़, कलवारी निवासी अमन सिंह और अम्बेडकरनगर के दशहरा, समनपुर निवासी अजय पटेल को गिरफ्तार किया है। आरोपियों का परिचितय राजू नामक व्यक्ति ने अकील से कराई थी, जिसके बाद अकील दोनों के साथ इनके कमरे में रहने लगा था। आरोपी सत्मय ने बताया कि अकील चार माह से उनका पूरा खर्च उठाता था, जिसके कारण वह उसके लिए काम करने लगे थे। घटना से पूर्व वह कई बार श्रवण की हत्या को लेकर इनसे बातचीत की थी।

– अकील ने जेल जाने से पहले रची थी साजिश

अपराधी अकील ने इनकी शादी और परिवार के सभी खर्च उठाने का आश्वासन दिया था, जिसके बाद यह श्रवण की हत्या करने के लिए तैयार हेा गये थे। योजना के मुताबिक, अकील कोर्ट में सरेण्डर कर जेल चला गया था। इसी बीच एक फरवरी को आरोपियों ने श्रवण साहू की गोली मारकर हत्या कर दी। आरेापियों ने घटना में अपने साथी विवके वर्मा की पल्सर बाइक को प्रयोग किया था। गोली मारने के बाद आरोपी आरोपी अपने इन्दिरानगर के शिवपुरी कालोनी पहुंचे, जहां कपड़े बदलक बाइक से चारबाग पहुंचे थे। आरोपी सत्यम ने बताया कि विवके की बाइक वह चाराबाग पर छोड़ दिये थे और विवके को फोनकर बाइक चाराबाग में खड़ी होने की जानकारी दे दी थी और बस पकड़कर दिल्ली चले गये थे।

किराये के कमरे में रची थी हत्या की साजिश

अकील का राजफाश हुआ तो षड्यंत्र के तहत उसने दिनांक 27 जनवरी को कोर्ट में सरेंडर कर दिया और जेल चला गया। वही श्रवण के हत्या के बाद जांच में सामने आया की जमानत पर छूट कर आने के बाद अकील अंसारी शूटरों सत्यम और अमन के साथ शिवपुरी कॉलोनी इंदिरानगर में रहने लगा था। यही पर अकील में सत्यम और अमन को उकसाया और श्रवण की हत्या करने के लिए राजी कर लिया। यही नही अकील ने दोनों शूटरों को लालच दिया और उनके भविष्य के सभी खर्चो का जि मा उठाने का वादा भी किया। आर्थिक दंश झेल रहे सत्यम और अमन अकील की बातों में आ गए और श्रवण की हत्या के लिए राजी हो गए।

ड्राइवर ने की थी श्रवण की रेकी

श्रवण की हत्या करने से पहले उसकी और उसके घर की पूरी रेकी कराई गई थी। श्रवण के घर की रेकी अकील के ड्राइवर ने की थी। लगभग दो माह पूर्व अकील ने अपने ड्राइवर रोहित उर्फ पंडित से श्रवण के घर की रेकी कराई। उल्लेखनीय है कि रोहित उर्फ पंडित अकील के साथ ही अलीगंज के एक मामले में जेल में था। 31 जनवरी को सत्यम और अमन समेत विवेक वर्मा पुनरू विवेक की पल्सर से रेकी करने गए थे। 1 फरवरी को हत्या करने के बाद अमन और सत्यम वापस इंदिरानगर गए थे और अजय पटेल से कपडे छिपवाये थे। इसके बाद दोनों शूटर दिल्ली के लिए निकल गए थे और विवेक को कॉल कर उसकी गा?ी स्टेशन से ले जाने की बात कही।

बरामद न हो सका आलाकत्ल और गाड़ी

एसएसपी मंजिल सैनी की टीम ने भले ही इस बहुचर्चित हत्याकांड का खुलासा कर दिया हो लेकिन घटना में प्रयुक्त आलाकत्ल और पल्सर बाइक को बरामद नही कर पाई है। एसएसपी मंजिल सैनी का कहना है की शूटरों ने आलाकत्ल को अपने जिस साथी के घर छिपाने की बात कही है वह फरार बताया जा रहा है और फरार आरोपियों की तलाश के लिए एसटीएफ अभी भी लगी हुई है। वही यह भी सामने आया है कि घटना को अंजाम देने के लिए आलाकत्ल की सप्लाई राजू निवासी सुल्तानपुर ने की थी जिसकी तलाश भी जारी है।

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