लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार के वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान का औचक निरीक्षण किया गया आैर टाइगर हाउस पहुंचे। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अवैध स्लाटर हाउस बन्द होने के बाद प्राणि उद्यान के मांसाहारी वन्य जीवों के लिए मांस की आपूर्ति किस प्रकार की जा रही है। श्री चौहान को प्राणि उद्यान के अधिकारियों से मांस की उपलब्धता मांसाहारी वन्य जीवों के भोजन के बारे में जानकारी ली गयी। प्राणि उद्यान के निदेशक ने अवगत कराया गया कि मांसहारी वन्य जीवों के लिए प्रतिदिन लगभग 220 किग्राम भैंस के मांस की आवश्यकता होती है। 22 मार्च व 23 मार्च, 2017 को भैंस के मांस की उपलब्धता न होने के कारण मांसाहारी वन्य जीवों को उनकी पूर्ण खुराक के अनुरूप बकरे एवं मुर्गे का मांस दिया गया जिससे वन्य जीवों के भोजन हेतु कोई समस्या नहीं हुई।
24 मार्च को उन्नाव के वैध स्लाटर हाउस से भैंस के मांस की व्यवस्था हो गयी है। मंत्री ने यह भी जानकारी ली गयी कि कानपुर प्राणि उद्यान एवं इटावा लॉयन सफारी में कितने मांस की आवश्यकता होती है। उसकी व्यवस्था किस प्रकार की जा रही है जिसके क्रम में उनको यह अवगत कराया गया कि कानपुर प्राणि उद्यान में लगभग 150 किग्रा भैंस के मांस की आवश्यकता प्रतिदिन होती है जिसे उन्नाव के वैध स्टालर हाउस से आज ही आपूर्ति ली जा रही है तथा इटावा लॉयन सफारी के लिए प्रतिदिन 80 किग्रा0 भैंस के मांस की आवष्यकता होती है जिसके लिए आगरा के वैध स्लाटर हाउस से आपूर्ति की व्यवस्था हो गयी है।
इस प्रकार प्रदेश के तीनों लखनऊ प्राणि उद्यान, कानपुर प्राणि उद्यान एवं इटावा लॉयन सफारी में मांसाहारी वन्य जीवों के भोजन में भैंस के मांस की व्यवस्था सुचारू हो गयी है तथा इसकी आपूर्ति आज से मिलनी शुरू हो गयी है और अब किसी भी प्रकार की समस्या नहीं है। दर्शकों ने बड़े उत्साह एवं खुशी से मंत्री के साथ सेल्फी भी ली। निरीक्षण के दौरान प्राणि उद्यान के निदेशक, अनुपम गुप्ता, उप निदेशक, डा. उत्कर्श शुक्ला एवं क्षेत्रीय वनाधिकारी, पियूश मोहन श्रीवास्तव उपस्थित थे।