लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय ( केजीएमयू) के कुलपति प्रो. रविकांत और केजीएमयू के ही दंत संकाय के अर्थोडॉन्टिक्स विभाग के अध्यक्ष प्रो. प्रदीप टंडन को चिकित्सा क्षेत्र का सर्वोत्तम एवं प्रतिष्ठित डा. बीसी रॉय अवार्ड से नवाजा गया। मंगलवार को नयी दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने प्रदान किया।
केजीएमयू के कुलपति प्रो. रविकांत को डा. बीसी राय इमीनेंट मेडिकल टीचर अवार्ड के लिए चयनित किया गया है। ये चिकित्सा क्षेत्र में चिकित्सा शिक्षा की विभिन्न शाखाओं के उत्कृष्ट शिक्षक को प्रदत्त किये जाने वाला बहुत प्रतिष्ठित पुरस्कार है। इससे पहले प्रो. रविकांत को पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है। वही दंत संकाय के प्रोफेसर प्रदीप टंडन को चिकित्सा की विभिन्न शाखाओं में विशिष्टताओं के विकास को प्रोत्साहित करने के लिए उत्कृष्ट क्षमता अवार्ड के लिए चयनित किया गया। यह पुरस्कार चिकित्सा क्षेत्र की विभिन्न शाखाओं में नई-नई विशिष्टताओं के विकास में योगदान के लिए दिया जाता है।
केजीएमयू के कुलपति की उपलब्धियां –
- कुलपति प्रो. रविकांत ने अमेरिका, यूके सहित तमाम अरब देशों में चिकित्सा क्षेत्र में काम किया है। वह केजीएमयू के 1973 बैच के पासआउट हैं।
- प्रो. रविकांत को 10 अप्रैल 2014 को केजीएमयू का वीसी बनाया गया, जिसके बाद केजीएमयू देश के चिकित्सा संस्थानों में चौथे पायदान पर पहुँच गया।
- प्रो. रविकांत के वीसी बनने के बाद से केजीएमयू में एकेडमिक और रिसर्च स्तर पर गति बढ़ी। रॉयल कॉलेज ऑफ फिजीशियन की मान्यता सहित कई उपलब्धियां शामिल हैं।
- प्रो. रविकांत के निर्देशन में केजीएमयू में मेडिकल साइंसेस और डेंटल साइंसेज के बाद नर्सिंग, पैरामेडिकल सहित कुल 5 नए विभाग बने।
- प्रो. रविकांत को वर्ष 2016 में यशभारती, सेवा भारती अवार्ड आैर वर्ष 1993 में जैपनीज सर्जिकल सोसायटी द्वारा यंग सर्जन्स अवार्ड दिया गया।