लखनऊ। प्रेम के बीच धर्म आड़े आने पर प्रेमी युगल जोड़ा गोरखपुर से राजधानी भाग आया। नाका इलाके में स्थित अमर प्रेम होटल में दोनों पिछले कुछ दिनों से रह रहे थे। प्रेमी-प्रेमिका ने बुधवार को मंदिर में विवाह भी कर लिया था। गुरूवार को सुबह घर वालों के डर से प्रेमी और प्रेमिका ने अपने हाथ की नसें काट ली। हालांकि समय रहते होटल के वेटरों ने प्रेमी जोड़े को खून से लथपथ देख लिया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची नाका पुलिस ने युवक और युवती को बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उनका इलाज चल रहा है और घायलों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
इंस्पेक्टर नाका ने बताया कि गोरखपुर के तुर्कमानपुर वार्ड नं0 45 निवासी असलम का 21 वर्षीय अरमान वहीं रहने वाली 17 वर्षीय किशोरी राशि (काल्पनिक नाम) से प्रेम करता था। युवक मुस्लिम समुदाय का है और किशोरी हिन्दू जिसके चलते परिजन उनके रिश्ते के विरोध में थे। दोनों के बीच चल रहे प्रेम प्रसंग की जानकारी परिजनों को हो गई थी। इस परिजनों ने विरोध करते हुए दोनों का घर से निकलना बंद कर दिया था। जिसके चलते प्रेमी-प्रेमिका एक दूसरे से मिल नहीं पाते थे। शनिवार को मौका पाकर युवक और किशोरी घर से भाग निकले और राजधानी लखनऊ पहुंच गए। यहां नाका इलाके में स्थित अमर प्रेम होटल के कमरा नं0 जी-1 में प्रेमी जोड़ा रूक गया।
बताया जा रहा है कि बुधवार को किशोरी और युवक ने नाका इलाके में स्थित एक मंदिर में विवाह भी कर लिया था। गुरूवार सुबह कमरे से जोर-जोर से चीखने की आवाज आने लगी। चिल्लाने की आवाज सुनकर कमरे में होटल के वेटर पहुंच गए। कमरे का नजारा देखकर वेटरों के पैरों तले जमीन खिसक गई। राशि के दोनों हाथों की नसें कटी थीं और असलम के दोनों हाथों व पैरों की नसें कटी थीं। प्रेमी-प्रेमिका खून से लथपथ थे। होटल मैनेजर ने आनन-फानन में मामले की जानकारी नाका पुलिस को दे दी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां घायलों का इलाज चल रहा है। चिकित्सकों का कहना है कि घायलों की हालत अब खतरे से बाहर है। पुलिस ने मामले की जानकारी घायलों के परिजनों को दे दी है।
सोसाइड नोट में खुद ठहराया था मौत का जिमेदार
पुलिस को होटल के कमरे की छानबीन के दौरान युवक और किशोरी द्वारा लिखा गया सोसाइड नोट मिला है। जिसमें उन्होंने लिखा कि हम दोनों अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रहे हैं। इसमें किसी का दोष नहीं हैं और हमारी मौत के बाद किसी पर कार्रवाई नहीं की जाये। इसके अलावा उन्होंने लिखा कि जिन्दा रहते परिजन हमें मिलने नहीं देगें। इसलिए हमने एक साथ मौत का रास्ता चुना है। हालांकि समय रहते घायल प्रेमी जोड़े को बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया दिया गया है।
किशोरी के पिता राजघाट थाने में दर्ज कराई है रिपोर्ट
15 अप्रैल को राशि अपने प्रेमी अरमान के साथ मौका पाकर भाग निकली थी। राशि के परिजन उसकी तलाश में जुटे रहे, लेकिन उसका कुछ सुराग तक नहीं लगा। इसी बीच किशोरी के परिजनों को मालूम हुआ कि अरमान भी घर से लापता है। पीडि़त परिजनों ने कयास लगाई कि राशि अरामन के साथ ही है। इस पर पीडि़त पिता ने अरमान के खिलाफ राजघाट थाने में किशोरी को बहला-फुसला कर भगा ले जाने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी। पुलिस ने पीडि़त की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की है।
परिजन करा रहे थे किसी और से शादी
घायल किशोरी ने बताया कि उनके प्रेम प्रसंग की जानकारी परिजनों को हो गई थी। परिजन धर्म को आड़े लाकर रिश्ते के खिलाफ थे। परिजनों ने किशोरी का घर से निकलना तक बंद करा दिया था। प्रेमी-प्रेमिका एक दूसरे से मिल नहीं पाते थे। इस बीच परिजन किशोरी की शादी किसी और से कराने के लिए दबाव बना रहे थे। उधर अरमान के परिजन भी उसकी शादी किसी दूसरी लड़की से करने की फिराक में थे।
चाकू काम नहीं आया तो काटी ब्लेड से नसें
पुलिस को घटना स्थल से सब्जी काटने वाला बगैर धार के दो चाकू और 4 नये ब्लेड मिले हैं। पूछताछ में राशि ने बताया कि पहले उसने चाकू से अपने हाथ की नस काटने का प्रयास किया था, लेकिन चाकू में धार न होने के चलते नसें नहीं कटी। इस पर किशोरी ने ब्लेड से अपने दोनों हाथ की नसें काट ली थी। जिसके बाद युवक ने अपने हाथ की नसें काटी, फिर दोनों पैरों की नसें काट ली थी। नस कटते ही खून की धार निकलने लगी। असहनीय दर्द से किशोरी चीखने लगी थी।