लखनऊ। गोमतीनगर स्थित रिवर फ्रंट के पास जिस पुलिस कर्मी का शव उतराता मिला था। अब उसकी मौत ने भी कई सवाल खड़े कर दिए। गनर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भले ही डूबने से मौत की बात सामने आ रही हो लेकिन मामला संदिग्ध देखते हुए डॉक्टरों ने बिसरा सुरक्षित कर लिया है। ऐसे में एक बार फिर पुलिस कर्मी की मौत हत्या और हादसे के बीच फंस गई है।
पुलिस का कहना है कि गनर मनोज कुमार शुक्ला की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डूबने से मौत होने की बात सामने आयी है। लेकिन शव पानी में पड़ा रहने के चलते काफी फूल गया था। लिहाजा शरीर पर चोटों के निशान का पता नहीं चल सका है। साथ ही मामला भी संदिग्ध देखते हुए डॉक्टरों ने बिसरा सुरक्षित कर लिया है। अब फारेंसिक जांच रिपोर्ट के बाद ही मौत की असल वजह साफ हो सकेगी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सिपानी ने आत्महत्या की है। लेकिन पुलिस की यह थ्योरी किसी के गले नहीं उतर रही है।
गौरतलब है कि मूलरूप से बांदा निवासी मनोज कुमार शुक्ला 40 वर्ष 1997 बैच का सिपाही था। वह लखनऊ पुलिस लाइन में तैनात था। मनोज पत्नी व दो बच्चों के साथ मुंशी पुलिस सेक्टर 16 में रहता था। मौजूदा समय में मनोज महाधिवक्ता राघवेंद्र कुमार सिंह की सुरक्षा में तैनात था। घरवालों ने पुलिस को बताया कि शनिवार शाम को मनोज ड्यूटी पर जाने की बात कहकर घर से निकला था। जबकि वह अपनी सरकारी रायफल घर पर ही छोड़ गया था। लेकिन वह ड्यूटी पर नहीं पहुंचा।
इस पर आरआई ने उसकी गैर हाजिरी रपट लिखकर विभागीय कार्रवाई के लिए एसएसपी को पत्र भेज दिया। उधर सोमवार शाम को मनोज का शव गोमतीनगर स्थित रिवर फं्रट के पास नदी में उतराता मिला। उसकी नेम प्लेट से उसकी पहचान कर परिजनों को जानकारी दी गई। मौके पर एडीजी जोन, आईजी रेंज के अलावा अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल की थी।
मोबाइल का नहीं मिला सुराग
मनोज कुमार घर से निकला था तो उसके पास मोबाइल फोन था। लेकिन घटना स्थल से मोबाइल बरामद नहीं हो सका। पुलिस का कहना है कि मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली जा रही है। साथ ही उसकी आखिरी लोकेशन का भी पता किया जा रहा है कि वह कहां था। पुलिस उमीद जता रही है कि मोबाइल डिटेल से रहस्यमय मौत की गुत्थी सुलझ सकती है
रहस्य है बरकरार
सूत्रों की माने तो मनोज कुमार की मौत की वजह कुछ और ही है। बताया जा रहा है कि रिवर फ्रंट पर मनोज का दो तीन युवकों से विवाद हुआ था। मनोज ने युवकों को गलत हरकत करते हुए पकड़ लिया था। जिसके बाद युवकों ने मनोज से हाथापाई कर उसे गोमती में धकेल दिया। पानी गहरा होने के चलते मनोज डूब गया और उसकी मौत हो गई।