लखनऊ। स्वाइन फ्लू के बढ़ते प्रकोप पर कंट्रोल के लिए स्वास्थ्य विभाग ने स्वाइन फ्लू पीड़ित मरीजों की स्क्रीनिंग शुरु कर दी है। स्क्रीनिंग में एक चौकाने वाले तथ्य सामने आये है। राजधानी के नौ स्कूलों के बच्चे स्वाइन फ्लू से पीड़ित पाये गये है। इन बच्चों के संक्रमणकाल के दौरान स्कूल गये तो कि संक्रमण किस स्तर फैला है। इसकी जानकारी एकत्र की जा रही है। सीएमओ ने सख्त हिदायत पहले ही दे रखी है कि अगर कोई बच्चा बुखार व सर्दी जुकाम से पीड़ित हो आैर स्कूल आये तो उसे बिना मेडिकल के एक सप्ताह का अवकाश दे दिया जाए।
सीएमओ डा. जीएस बाजपेयी ने बताया कि राजधानी में लगातार बढ़ रहे स्वाइन फ्लू के संक्रमण रोकने के लिए मरीजों की स्क्रीनिंग कराना शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि स्क्रीनिंग में पाया गया है कि एसपीजीआई में संक्रमण मरीजों के कारण स्वास्थ्य कर्मियों व डाक्टरों को फैल रहा है। इसके अलावा ज्यादातर लोगों के हाथ मिलाने व मरीज की चपेट में आने के कारण भी बढ़ रहा है। वही संक्रमित मरीज के तीमारदारी में लगे लोग भी काफी संख्या में चपेट में आ गये है। उन्होंने बताया कि जब मरीजों की स्क्रीनिंग हो रही थी कि उनमें काफी बच्चे भी स्वाइन फ्लू से पीडि़त पाये गये। इनमें जानकारी की गयी तो बच्चों का इलाज तो चल रहा है आैर बच्चे स्वस्थ्य भी हो रहे है लेकिन संक्रमण के शुरुआती दिनों में स्कूल गये तो वहां पर संक्रमण तो नही बढ़ा है।
उन्होंने बताया कि स्क्रीनिंग में गोमती नगर के सेठ एमआर जयपुरिया स्कूल का एक आठ वर्षीय छात्र, इंदिरा नगर रानी लक्ष्मी बाई स्कूल सेक्टर 19 का पांच वर्षीय बच्चा,जानकीपुरम डीपीएस का 17 वर्षीय एक छात्र, सिटी मांटेसरी स्कूल चौक, कानपुर रोड का भी एक- एक बच्चा स्वाइन फ्लू से पीडि़त पाया गया है। इसके अलावा चौक स्थित खुन खुन जी गल्र्स इंटर कालेज (15 वर्षीय छात्र), हजरतगंज का क्राइस्ट चर्च (सात वर्षीय छात्र), सेंट जॉस स्कूल निकट पटेल डेंटल कालेज ( आठ वर्षीय छात्र) तथा आशियाना स्थित चिंरजीव भारती ( सात वर्षीय छात्र) स्कूलों में एक – एक छात्र स्वाइन फ्लू से पीड़ित है।
सीएमओ डा. जीएस बाजपेयी ने बताया कि इन स्कूलों की जानकारी जिला विद्यालय निरीक्षक व बेसिक शिक्षा अधिकारी को भेज दी गयी है। जानकारी में जागरूक करने व आवश्यक कार्रवाई करने के लिए सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। इसके अलावा कल स्वास्थ्य विभाग के डाक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों की टीम भी इन स्कू लों में जाकर अपने स्तर पर स्क्रीनिंग करने के साथ जागरूक करेगी।