लखनऊ. राजधानी में स्वाइन फ्लू के अलावा तेज बुखार के भी मरीज बढ़ रहे हैं. आलम यह है कि किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय का ट्रामा सेंटर स्थित मेडिसिन विभाग मरीजों से फुल हो गया है. स्ट्रेचर से बरामदा भरा हुआ है. घबराए डॉक्टरों ने मरीजों की भर्ती बंद कर दी. उधर बलरामपुर अस्पताल में भी इमरजेंसी से गंभीर मरीजों को लौटाया जा रहा है. किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय का ट्रामा सेंटर स्थित मेडिसिन विभाग की इमरजेंसी कल से ही फुल होने लगी थी स्ट्रेचर पर मरीजों को भर्ती किया जा रहा था आज वह भी फुल हो गया है.
डॉक्टरों का कहना है कि लखनऊ ही नहीं आसपास जनपदों से भी बुखार के मरीज काफी संख्या में आ रहे हैं इनमें डेंगू मलेरिया वायरल फीवर के अलावा स्वाइन फ्लू के भी मरीज है. स्वाइन फ्लू मरीजों को तो संदिग्ध लक्षणों के आधार पर गांधी वार्ड के स्वाइन फ्लू वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाता है. लेकिन अन्य मरीज कि हालत सही ना होने पर वहीं पर इलाज किया जाता है इस दौरान आसपास जनपदों से भी काफी संख्या में बुखार के मरीज आ रहे हैं. इनमें से ज्यादातर मरीजों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती करके ठीक किया जा सकता है लेकिन तेज बुखार होने पर सीधे केजीएमयू भेज दिया जा रहा है. यही नहीं बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी से भी बुखार के मरीजों को ट्रामा में ही भेजा जा रहा है जबकि वहां पर उनका इलाज किया जा सकता है.
यही नहीं बच्चों को भी थोड़ी सी भी हालत बिगड़ने पर ट्रामा रेफर किया जाता है जबकि वहां पर बाल रोग विभाग का यूनिट अलग है. फिलहाल मरीज बलरामपुर ट्रामा सेंटर और वहां ना भर्ती किए जाने पर बेहाल हो रहे हैं. ट्रामा सेंटर के बाहर स्ट्रेचर पर लेटे छेदीलाल ने बताया कि उन्हें बलरामपुर अस्पताल रेफर किया गया था लेकिन वहां भर्ती न करके ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया.