लखनऊ। राजधानी के चैधरी चरण सिह एअरपोर्ट के आस पास मीट मछली प्रतिबन्ध होने के बावजूद अवैध रूप से बाजारो में खुले आम मीट मछली की ब्रिकी की जा रही है। मीट दुकानदारों द्वारा खराब मांस खुले में फेक दिया जाता है। जिसे खाने के लिए चील कौएं एयरपोर्ट के आस पास आसमान में मडराते रहते है। पंछी अक्सर विमानों से टकरा जाते है। जिसकी वजह से कई बार विमान हादसा होते होते बच गया है। एअरपोर्ट सूत्रों ने बताया कि एअरपोर्ट मैनुअल के अनुसार अमौसी एयरपोर्ट के आसपास करीब 8 किमी की परिधि में मीट मछली की दुकानें चलाना प्रतिबंधित है, लेकिन इस प्रतिबन्ध के बावजूद अमौसी एअरपोर्ट के आस पास मीट की दुकाने संचालित करना तो दूर की बात बल्कि उसके दो किमी परिधि में तमाम पक्की दुकाने ही नही बल्कि साप्ताहिक बाजारो में खुलेआम मांस-मछली की बिक्री की जा रही है।
यह दुकाने एअरपोर्ट से कुछ दूरी पर हैडिल, गौरी व बिजनौर में बेधड़क संचालित हो रही है। वही सप्ताह में तीन दिन मंगलवार, गुरूवार व शनिवार को चिल्लावॉ बाजार, सोमवार, शुक्रवार को गौरी के अलावा बिजनौर कस्बे की ह तें में दो दिन लगने वाली साप्ताहिक बाजार में कई जगह खुले में रखकर दुकानदार मीट मछली बेचते रहते है। इसके अलावा टीपीनगर, हैडिल नहर, पराग रोड सहित तमाम स्थानो में मांस मछली की बिक्री की जा रही है।
दुर्घटना की रहती है आशंका
एयरपोर्ट के आस पास खुले स्थानो में स्थानीय लोग जानवारों के शवों को फेककर चले जाते है। इन मृत जानवारों का मांस खाने के लिए चिडियां एयरपोर्ट के आस पास मडराती रहती है। जिसके कारण उड़ते-उड़ते पंछी अक्सर विमानों से टकराते रहते है। चिडियो का विमान सें टकराना बहुत ही घातक बताया जाता है। इससे बहुत बडा हादसा होने की स भावना बनी रहती है, लेकिन इसके बारे में सबकुछ जानते हुए भी एयरपोर्ट अधिकारियों के अलावा जि मेदार लोग कोई ठोस कदम नही उठा रहे है।