बच्चों के दांतों में सड़न रोक ने के लिए अब होगा यहलखनऊ। बच्चों के दांतों में अब कीड़े नहीं लगेंगे। राष्ट्रीय हेल्थ कार्यक्रम के तहत लखनऊ में लगभग दस हजार से ज्यादा बच्चों को पिट एंड फिशर सीलेंट के पायलेट प्रोजेक्ट के तहत दांतों में दवा लगायी जाएगी। इस प्रोजेक्ट का शुभारम्म्भ मंगलवार को किंग जार्ज चिकित्सा विष्वविघालय के ब्रााउन हॉल में मुख्य अतिथि श्रीमती अनुप्रिया पटेल स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री भारत सरकार करेंगी। उनके साथ प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्वार्थ नाथ सिंह के द्वारा किया जायेगा।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. मदन लाल बह्म भट्ट , डॉ सुनील शर्मा ज्वाइंट सेक्रेटरी तथा डॉ एल स्वास्तिचरण, सीएमओ, नेशनल ओरल हेल्थ प्रोग्राम भारत सरकार उपस्थित रहेंगें। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविघालय के डॉ विनय कुमार गुप्ता ने बताया कि इस परियोजना का उददेश्य 6-14 वर्श के उम्र के स्कूल के छात्रों में पिट एण्ड फिशर सीलेंट लगाने की उपयोगिता को सिद्ध करना है। इसके तहत स्कूलों में बच्चों के दांतों में दवा लगायी जाएगी ताकि दॉंतो की सड़न को रोका जा सके। उन्होंने बताया कि यह एक बहुत बड़ी जन स्वास्थ्य समस्या है, जो कि कम उम्र के 60-90 प्रतिशत बच्चों में पायी जाती है। लोगों की दॉतों की समस्या की हमेशा उपेक्षा होती रही है।
पिट एण्ड फिशर सीलेंट लगाने से 6-14 वर्श के आयु के बच्चों के दॉंतों में सड़न का बचाव होगा, जिससे कि बच्चों में दॉतों की सड़न की वजह से होने वाले दर्द को व इसके इलाज पर होने वाले खर्च को कम किया जा सकेगा। यह परियोजना भविष्य में बच्चों के लिए एक वरदान साबित होगी। यह पायलेट प्रोजेक्ट प्रदेश के विभिन्न राज्यों में चलाया जाएगा। इसके नोडल अधिकारियों ने बैठक में भाग लिया। यह बैठक किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में आयोजित की गयी।