नई डिवाइस से ठीक किया यह

0
1284

केजीएमयू स्थित सीवीटीएस विभाग के चिकित्सकों ने हार्ट अटैक (सीवियर कार्डियोजनिक सॉक ) के मरीज की ओपन हार्ट सर्जरी कर जान बचायी है। मरीज के ओपन हार्ट सर्जरी के दौरान सीवीटीएस विभाग के चिकित्सकों ने आधुनिक डिवाइस एलवेड का इस्तेमाल कर नि:शुल्क इलाज मुहैया कराया है। विशेषज्ञों की माने तो इस आधुनिक डिवाइस एलवेड का इस्तेमाल देश के किसी भी सरकारी अस्पताल में नहीं किया गया था,पहली बार इस डिवाइस के माध्यम से ओपन हार्ट सर्जरी केजीएमयू में हुयी है।

Advertisement

जौनपुर निवासी ५० वर्षीय बद्रे आलम को लगभग चार साल पहले हार्ट अटैक पड़ा था। जिसका इलाज दिल्ली में हुआ था,दिल्ली में इलाज के दौरान चिकित्सकों ने एक नस में स्टेन्ट डाला था। इसके बाद मरीज पूर्णतया स्वस्थ था,अभी बीते नवंबर माह में मरीज लखनऊ अपने रिश्तेदार के यहां आया था। इस दौरान मरीज के सीने में तेज दर्द उठा,उसके बाद मरीज को आनन-फानन में केजीएमयू के लॉरी कार्डियोलॉजी लाया गया। यहां पर चिकित्सकों ने मरीज को देखने के बाद जांच की तो पाया कि मरीज को सीवियर कार्डियो जनिक सॉक हुआ है। जिसके बाद उन्होंने मरीज को सीवीटीएस विभाग इलाज के लिए भेज दिया। केजीएमयू के सीवीटीएस विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डा.विजयन्त देवनराज के मुताबिक सीवियर कार्डियो जनिक सॉक के बाद मरीज के दिल को खून पहुंचाने वाली नसें ब्लाक हो गयी थीं।

जिससे वेनटीकुलर सेप्टर रेप्चर हो गया था,इस कारण से मांसपेशियां भी गल गयी थीं। जिससे मरीज के ओपन हार्ट सर्जरी के दौरान ब्लड प्रेशर का पता नहीं चल पा रहा था,ऐसे में सर्जरी करना मुश्किलों भरा रहा। उन्होंने बताया कि इस तरह की समस्या में यूएस में भी ५० से ६० प्रतिशत मरीज अपनी जान गवां देते हैं, लेकिन नई डिवाइस एलवेड की मदद से मरीज की ओपन हार्ट सर्जरी की गयी। अब मरीज को वेंटीलेटर से हटा लिया गया है और वह पूरी तरह स्वस्थ है। डा.विजयन्त देवनराज के मुताबिक लगभग ९० लाख की एलवेड मशीन से इलाज के दौरान अन्य समान का प्रयोग करना पड़ता है,जिसमें ४ लाख का खर्च आता है। मरीज को यह खर्च नहीं उठाना पड़ा है।

Previous articleगंभीर बीमारी का इलाज के लिए रेलकर्मियोें को डीआरएम करेंगे रिफर
Next articleक्वीनमेरी अस्पताल के बगल में अवैध निर्माण

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here