यहां नहीं भटकना पड़ेगा जच्चा-बच्चा को

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लखनऊ। गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों के लिए किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रामा सेंटर में क्रिटिकल केयर यूनिट बनायीं जायेगी। क्वीन मेरी अस्पताल में प्रसव बाद जच्चा-बच्चा की हालत गंभीर होने पर उनका भी यहां पर इलाज होगा। यह व्यवस्था ट्रॉमा सेंटर में 222 बिस्तरों के विस्तार करने के बाद होगा। नेशनल हेल्थ मिशन के साथ बैठक हो चुकी है अौर इस पर जल्द ही मोहर लग चुकी है।

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नेशनल हेल्थ मिशन के तहत केजीएमयू के ट्रामा सेंटर का विस्तार होने का तैयारी अंतिम चरण में है। विस्तार होने के बाद कैजुअल्टी वार्ड, ट्रॉमा सर्जरी, आईसीयू न्यूनेट्रल आईसीयू और क्रिटिकल केयर मेडिसिन का भी आईसीयू बनाया जाएगा। इसे लेकर केजीएमयू प्रशासन की दूसरी अहम बैठक हो चुकी है। इसके तहत ट्रॉमा एक्सटेंशन को बनाने के लिए ब्लू प्रिंट पर चर्चा हुई।

नेशनल हेल्थ मिशन के तहत हो रही बैठक में केजीएमयू की ओर से बनाए जा रहे ट्रॉमा एक्सटेंशन पर फरवरी तक मुहर लग सकती है। सीएमएस डॉ.एसएन शंखवार ने बताया कि एनएचएम में इस प्रपोजल को लेकर जनवरी में बैठक हुई थी। इसमें ट्रॉमा एक्सटेंशन के पूरे ब्लू प्रिंट पर चर्चा हुई। लगातार बढ़ते मरीजों के लोड को देखते हुए ट्रॉमा एक्सटेंशन 222 बिस्तरों का विस्तार करने का प्रपोजल बनाया गया था। इसमें गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों के लिए भी क्रिटिकल केयर यूनिट बनायीं जायेगी। प्रसव बाद जच्चा-बच्चा की हालत गंभीर होने पर उनका भी यहां पर उच्चस्तरीय इलाज होगा। केजीएमयू कुलपति प्रो. एमएलबी भट्ट की माने तो फरवरी तक ट्रॉमा एक्सटेंशन पर मुहर लगने की उम्मीद है।

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