लखनऊ। गोमती नगर के डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही से कॉर्डियोलॉजी के वृद्ध मरीज शौचालय के निकट बनी डक्ट (पाइप के लिए छोड़ा गया हिस्सा) में तीन मंजिल से नीचे गिर गया। तीन मंजिल से गिरे इस मरीज को आनन-फानन में आईसीयू में भर्ती किया गया, लेकिन इलाज के दौरान लगभग डेढ़ घंटे बाद मरीज की मौत हो गई। लापरवाही का आलम यह है कि सुबह ही इस घटना की जानकारी संस्थान अधिकारियों को शाम को लगी। आनन-फानन में निदेशक डा. दीपक मालवीय ने मौके का निरीक्षण कर विभाग की सिस्टर इंचार्ज व वार्डब्वाय को निलंबित कर दिया आैर जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है।
शाम तक घटना की जानकारी नहीं थी संस्थान को
गोरखपुर निवासी राम प्यारे गुप्ता (62) को दस जनवरी को तारीख को कार्डियक दिक्कत होने पर परिजनों ने लोहिया संस्थान में भर्ती कराया था। कार्डियोलॉजी में इलाज के दौरान उनकी एंजियोग्राफी की गयी थी आैर उनकी हालत में सुधार भी हो रहा था। लोगों का कहना है कि शनिवार की सुबह वह पेशाब करने के लिए उठे। इस दौरान उन्होंने सो रहे परिजनों को परेशान करना उचित नहीं समझा और वह अकेले ही शौचालय की ओर चले गए। लोगों का कहना है कि इस दौरान वह शौचालय के साथ जुड़ी खुली डक्ट को नहीं देख पाए और उसमें गिर गये। लगभग सुबह सात बजे तीन मंजिल से नीचे गिरने की वजह से वह बुरी तरह घायल हो गए। जैसे ही इसकी जानकारी परिजनों को लगी, वह भागे आैर नीचे गिरे मरीज को बुरी तरह घायल अवस्था में बाहर निकाला आैर आईसीयू में भर्ती किया गय। लेकिन इलाज के दौरान उनकी पौने नौ बजे उनकी मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि शनिवार को डाक्टर उनकी स्थिति में सुधार को देखते हुए डिस्चार्ज हो रहे थे,परिजनों का कहना है कि उन्हें मोतियाबिंद की भी दिक्कत बनी थी।
बताया जाता है कि डर सहमे परिजनों ने शिकायत नहीं दर्ज करायी गई है। वह सभी शव लेकर चले गए। अगर देखा जाए तो लोहिया संस्थान के निदेशक डा. दीपक मालवीय, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक व अन्य जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही का आलम यह है कि शाम तक उन्हें जानकारी ही नही थी। लोगों से जानकारी मिलने के बाद लापरवाह निदेशक डा. दीपक मालवीय, चिकित्सा अधीक्षक डा. सुब्रात चंद्रा घटना का निरीक्षण किया। मामले को पटाक्षेप करने के लिए सीवीटीएस व कॉर्डियोलॉजी वार्ड में तैनात सिस्टर इंचार्ज व वार्डब्वाय को निलंबित कर दिया। इसके साथ ही अवर अभियंता को घटना पर नोटिस जारी की गई है। मामले की जांच करने के लिए चार सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। कमेटी में डीन डा. मुकुल मिश्र, डा. सुब्रात चंद्रा, डा. सुदर्शन व सिस्टर इंचार्ज को रखा गया है। निदेशक डा. दीपक मालवीय का कहना है कि घटना की जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।