लखनऊ । खाद्य एवं औषधि विभाग की जांच में बलरामपुर अस्पताल समेत कई निजी मेडिकल स्टोर की दवाओं में गड़बड़ी मिली हैं। यहां जांच में सदर स्थित लीला फार्मा की दवा अद्योमानक निकली है। खाद्य एवं औषधि विभाग की ओर से बलरामपुर अस्पताल समेत राजधानी के कई निजी मेडिकल स्टोर में दवाओं के सैंपल लिए गए थे। जांच में तीन मेडिकल स्टोर के पांच सैंपल मिस ब्रांड यानी लेबलिंग में गड़बड़ी मिली। सैंपल में गड़बड़ी के बाद मेडिकल स्टोर और दवा कंपनी पर एफडीए कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है।
राजधानी में गत नवंबर-दिसंबर माह मे खाद्य एवं औषधि विभाग ने बलरामपुर अस्पताल समेत चार निजी मेडिकल स्टोर से दवाओं के सैंपल लिए थे। इसमें बलरामपुर अस्पताल में एंटी -बॉयोटिक टेबलेट डॉक्सीसाइक्लीन हाइड्रोक्लोराइड में लेबलिंग सही नहीं निकली। एफडीए के अधिकारी रामशंकर ने बताया कि बलरामपुर अस्पताल की दवा में कंपनी की लेबलिंग, एक्सपायरी डेट आदि में गड़बड़ी मिली है। वहीं इसके अलावा जांच रिपोर्ट के अनुसार सदर बाजार स्थित लीला फार्मा की आयरन की लिक्विड दवा फेटन एक्स -टी अद्योमानक निकली।
यह दवा ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट के मानकों को पूरा नहीं कर रही है। इसके अलावा लोहिया अस्पताल के सामने स्थित लखनऊ फार्मा के दो दवा के नूमने और पीजीआइ के वी दास केमिस्ट के दो सैंपल और चिनहट स्थित पांडेय मेडिकल स्टोर में भी सैंपल मिस ब्रांाड निकले हैं। इसमें दवाओं की लेबलिंग में गड़बड़ी पाई गई। रामशंकर का कहना है कि जहां से दवा के नमूने लिए गये है वहां नोटिस भेजा जाएगा। इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।
उधर बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ. राजीव लोचन ने बताया कि अगर दवा के सैंपल में गड़बड़ी मिलती है तो सीएमएसडी को रिपोर्ट भेजी जाएगी। क्योंकि वहीं अप्रूव होने के बाद ही ऑनलाइन परचेजिंग होती है।