लखनऊ। केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने गुरूवार को कहा कि सरकार विज्ञान को प्रयोगशाला से निकालकर आम लोगों को बीच ले जा रही है और उसका उद्देश्य इसे जनांदोलन बनाना है। डॉ. हर्षवद्र्धन ने यहाँ पांच से आठ अक्टूबर के बीच आयोजित होने वाले चौथे भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान मेले (आईआईएसएफ) की पूर्व संध्या पर संवाददाताओं से कहा कि विज्ञान से हर समस्या का समाधान हो सकता है। इस तरह के मेले का उद्देश्य विज्ञान को जनांदोलन बनाना और उसे प्रयोगशालाओं से निकालकर जनता के बीच ले जाना है तथा सरकार उसी दिशा में काम कर रही है।
आईआईएसएफ की परिकल्पना विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति रुचि पैदा करने के लिए की गयी थी। इस साल विज्ञान मेले के लिए अब तक 2,200 छाा-छाााओं के पंजीकरण हो चुके हैं तथा स्कूलों के शिक्षकों, वैज्ञानिकों, नवाचारियों और उद्योग जगत के प्रतिनिधियों समेत कुल आठ से 10 हजार लोगों के भाग लेने की उम्मीद है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह मेला छात्रा-छात्राओं तथा नवोदित वैज्ञानिकों के लिए एक अवसर है। मेले के दौरान करीब 600 बच्चे एक साथ एक समय में डीएनए अलग करने का प्रयोग कर विश्व कीर्तिमान बनाने का प्रयास करेंगे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मेले के दूसरे दिन 06 अक्टूबर को इसका औपचारिक उद्घाटन करेंगे। आईआईएसएफ वर्ष 2015 में शुरू किया गया था। इसके पहले दो संस्करण आईआईटी, दिल्ली और राष्ट्रीय भौतिकी प्रयोगशाला, दिल्ली में तथा तीसरा संस्करण आईआईटी, चेन्नई में आयोजित किया गया था। इस साल मुख्य आयोजन इंदिरा गाँधी प्रतिष्ठान में होगा। इसके अलावा राष्ट्रीय बोटोनिकल अनुसंधान संस्थान, किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, गोमती नगर स्थित रेलवे ग्राउंड, सेंट्रल इंस्टीट््यूट ऑफ मेडिसिनल एंड एरोमैटिक प्लांट््स, जीडी गोइनका स्कूल ,अमर शहीद पथ और अटल बिहारी वाजपेयी साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में भी विभिन्न सत्रों एवं कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा।
मेले में विदेशों से आये विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रियों का एक सम्मेलन, विदेशों में काम करने वाले भारतीय मूल के वैज्ञानिकों का सम्मेलन, महिला वैज्ञानिकों एवं उद्यमियों का सम्मेलन, विज्ञान शिक्षकों का राष्ट्रीय सम्मेलन, छााों के बीच अभियांािकी मॉडल प्रतियोगिता, नव भारत निर्माण, मेगा साइंस तथा टेक्नोलॉजी एंड इंडस्ट्री एक्सपो मेले के कुछ प्रमुख आकर्षण होंगे। मेले में पाँच लाख के करीब दर्शकों के आने की भी उम्मीद है।
विज्ञान गाँव में छात्रों के लिए कई सत्रों का आयोजन किया जायेगा जहाँ विशेषज्ञ उन्हें साधारण भाषा में और प्रयोगों के माध्यम से प्रकाश के प्रकीर्णन, न्यूटन के गति के नियम, गुरुत्वाकर्षण का केंद्र और बिलिं्डग के मॉडल का संतुलन, स्पंदन प्रतिक्रिया और आग में भी सुरक्षित कागज आदि के बारे में जानकारी देंगे । हर रात देश के जाने माने खगोलविद छााों के लिए तारों के अध्ययन के कार्यक्रम का आयोजन करेंगे।
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