न्यूज। चुनाव की सरगर्मी के बीच केंद्र सरकार ने रायबरेली, गोरखपुर, बठिंडा, गुवाहाटी, बिलासपुर और देवघर में स्थापित होने वाले अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थानों (एम्स) में निदेशक का पद सृजित करने की हरी झंडी दे दी है। जल्द ही इन पदों को भरने का प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। बताते चले कि एम्स में नये निदेशक के पद के लिए किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, दिल्ली एम्स, पीजीआई चंडीगढ व लखनऊ के अलावा देश के कई अन्य बड़े चिकित्सा संस्थानों के वरिष्ठ डाक्टर कोशिश कर रहे है। इनमें सबसे अधिक लोग उत्तर प्रदेश में शुरू होने वाले गोरखपुर व रायबरेली एम्स को लेकर कवायद जारी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को यहां हुई केंद्रीय मंािमंडल की बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को अनुमोदन किया गया। बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने पत्रकार वार्ता में बताया कि उत्तरप्रदेश के रायबरेली और गोरखपुर, पंजाब के बठिंडा, असम के गुवाहाटी, हिमाचलप्रदेश के बिलासपुर और झारखंड के देवघर एम्स में निदेशक का एक – एक पद सृजित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी है। निदेशक का वेतन दो लाख 25 हजार रुपए प्रति माह होगा, जो भत्ते आदि को मिलाकर दो लाख 37 हजार 500 रुपए प्रति माह से अधिक नहीं होगा।
उन्होंने बताया कि निदेशक संस्थान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के तौर पर काम करेगा और पूरे प्रशासन के लिये जिम्मेदार होगा।
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