लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कलाम सेंटर में इमरजेंसी क्राइसेस मैनेजमेंट सॉल्यूशन एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हुआ। छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रदेश के 75 जनपदों से आए 75 डाक्टरों को आपदा के प्रबन्धन एवं उसके समाधान का प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उपस्थित प्रदेश की परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण मंत्री प्रो. रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि वर्तमान की प्रदेश सरकार में स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य में इससे पहले की सरकारों में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर काफी ढीला रवैया रहा है, लेकिन वर्तमान की प्रदेश सरकार में स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष जोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले जहां मशीनें होती थी। वहां टेक्नीशियन नहीं होते थे और जहां टेक्नीशियन होते थे, वहां मशीनें नदारद रहती थीं।
मंत्री ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह एक अनुभव पहल है। ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम का राज्य में पहली बार आयोजन किया गया है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के द्वारा अगर एक जिंदगी भी बचाई जा सकती है तो यह बड़ी बात है। साथ ही उन्होंने टेक्नीशियन, एम्बुलेंस के ड्राईवर एवं उनके साथ उपस्थित सहायकों के लिए भी ऐसे ही प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाने की वकालत की।
इस कार्यक्रम का संयोजन डॉ. नीतिन चावला, डॉ. अंकिता राय चावला ने किया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिक्षक प्रो. एसएनशंखवार एंव डॉ. अजय सिंह भी उपस्थित रहे।
अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.