लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रॉमा सेंटर की संवेदनशील कैजुल्टी की आज कल मरम्मत चल रही है। यहां से गंभीर मरीजें को बरामद में निकाल दिया गया है। वही अस्थायी उपकरण को एकत्र करके इलाज किया जा रहा है। गंभीर के अलावा अन्य मरीजों को कैजुल्टी बाहर खुले में बरामदे में बिस्तर लगाकर इलाक करने के लिए संसाधन लगाये गये। बरामदे में ठंड के कारण मरीज ठंड के कारण परेशान हो रहे है। यहां पर चारो तरफ टेंट के परदे लगाकर रखा गया है। ऐसे में खुले में बिस्तर होने के कारण वहां पर ब्लोवर तक नहींं चल रहा है। यही नहीं ऑक्सीजन प्वाइंट तक बरामदे में न होने से सिलेंडर जरिए मरीजों को ऑक्सीजन दी जा रही है। पूरे बरामदे में मरीज अस्त- व्यस्त की हालत में इधर-उधर पड़े हैं।
ट्रॉमा सेंटर की इमरजेंसी में आने वाले मरीज पहले कैजुल्टी में भर्ती होता हैं। इसके लिए यहां पर सत्रह बिस्तर है। हर बिस्तर पर ऑक्सीजन प्वाइंट के अलावा पल्स आक्सीमीटर व अन्य उपकरण की सुविधा मौजूद है। शनिवार को कैजुल्टी में मरम्मत कार्य शुरू होने की वजह से वह बंद कर दी गई। उन्हें वहां आने वाले मरीजों को बाहर सामने खुले में बरामदे में रखा जा गया है। इसके लिए चारों ओर परदे लगा दिये है। जहां डॉक्टर प्राथमिक के उपचार बाद उन्हें संबंधित विभागों में भेज रहे हैं। वहीं बरामदें में ग्लूकोज की बोतल टांगने के लिए स्टैंड तक नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में तीमारदार ग्लूकोज की बोतल हाथ में पक ड़े खड़े रहना पड़ रहा है। जिम्मेदार अफसरों का कहना है कि निर्माण कार्य अभी लगभग 10 दिन तक चलेगा। जिसके बाद ही कैजुल्टी में बेड डालकर वहां पर मरीजों को उपचार दिया जा रहा है।
अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.