सिविल अस्पताल में लाखों खर्च के बाद भी मानकों पर खरा नहीं उतर रहा रंग रोगन

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लखनऊ । श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल में चल रहे पुताई में खेल चल रहा है। मानक अनुरुप रंगरोगन न करके सिर्फ लीपापोती की जा रही है। लाखों का बिल बनाने के बाद भी अस्पताल के बाहरी हिस्से में हुई पुताई हफ्ते भर भी टिक सकी। मरम्मत करने के बाद भी कई जगह पर हुआ रंगरोगन उखड़ गया। ठेकेदार- जिम्मेदार अफसर कार्य में लापरवाही बरत रहे हैं। जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है सीलन आने की वजह से कई जगह पर पुताई उखड़ गई। परंतु यह उनके पास जवाब नहीं है सीलन रोकने के लिए पुताई से पहले उन्होंने मरम्मत की थी और उसके बाद दीवाल पट्टी लगाकर को पुताई की थी तो फिर इतनी जल्दी सीलन आने के बाद पुताई कैसे उखड़ गई ।

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अस्पताल में रंगरोगन के नाम पर यूपीएचएसएसपी ने करीब 55 लाख का पुताई का ठेका दिया गया है। करीब एक माह से यहां पर पुताई का काम चल रहा है। सिविल अस्पताल की ओपीडी पर्चा काउंटर के बाहरी हिस्से में हफ्ते भर पहले पुताई हुई थी। नया पेंट जगह-जगह से उखड़ गया। वहीं पूरे परिसर के बाहरी हिस्सों में हुई नया रंगरंगोन भी मानक अनुरुप नहीं चल रहा। बताते चलें पूर्व में टेंडर में पारदर्शिता न बरतने व चहेते को टेंडर देने का आरोप लग चुका है। इस मामले में आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायत भी हुई थी। जिस मामले की जांच भी चल रही है। तमाम शिकायतों बाद भी ठेकेदार-अफसर खेल कर रहे हैं।

वहीं अफसरों का कहना है कि दीवार में सीलन आने की वजह से नया पेंट उखड़ा है। जिसे दोबारा ठीक करने के निर्देश दिए गए हैं। निदेशक डॉ. एचएस दानू का दावा है कि अभी पुताई का काम चल रहा है। कुछ जगह पर सीलन की वजह से पेंट खराब हो गया है। जिसे ठीक कराया जा रहा है।

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