लखनऊ- सबसे कम उम्र में पीएमएस के अध्यक्ष पद पर काबिज होने वाले डा. सचिन वैश्य अपने व्यवहार कुशलता के लिए प्रदेश के डाक्टरों के बीच जाने जाते है। अध्यक्ष पद पर जीत हासिल करने के बाद उन्होंने बातचीत में कहा कि प्रदेश में पीएमएस डाक्टरों के लिए सम्मान, सुरक्षा व अवकाश महत्वपूर्ण है। पीएमएस संवर्ग के डाक्टरों को कुछ नहीं मिल रहा है। उन्होंने बताया कि अस्पतालों से लेकर स्वास्थ्य केद्रों तक में डाक्टर दिनरात मरीजों के इलाज में लगा रहता है। उसके बाद उसके काम को देखे बिना दंडित कर दिया जाता है। कही भी कभी भी ड्यूटी में भेज दिया जाता है। इन सब के बाद इमरजेंसी हो या ओपीडी कही न कही दबंग लोग डाक्टरों से मारपीट करने लगते है।
इसके अलावा डाक्टरों की सुरक्षा व सम्मान महत्वपूर्ण है। तभी बेहतर चिकित्सा देने का माहौल बन पायेगा। डा. वैश्य ने बताया कि पीएमएस डाक्टर लगातार ड¬ूटी करते है आैर अपने परिवार के लिए वक्त नहीं निकाल पाते है। ऐसे में डाक्टरों को नियमानुसार अवकाश की दिया जाना चाहिए। ताकि पारिवारिक होने का अहसास कर सके। उन्होंने कहा कि पीएमएस डाक्टरों को रिटायर्ड करने की उम्र चाहे कितनी भी बढ़ा दे , लेकिन 60 वर्ष की नौकरी होने के बाद उनका सभी नो ड¬ूज क्लीयर कर देना चाहिए। उसके बाद सेवा विस्तार देते रहे। सभी डाक्टरों के एक उम्र के बाद प्लान होते है। डा. वैश्य ने बताया कि अन्य मुद्दों को भी लेकर बैठक करके प्रदेश सरकार से मुलाकात करेंगे करके निदान करने की कोशिश करेंगे।
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