लखनऊ। एनीमिया मुक्त भारत अभियान के तहत सोमवार को जिले के 310 एएनएम सब सेंटर पर किशोरी दिवस मनाया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेन्द्र दुबे ने बताया कि किशोरी दिवस पर सभी एएनएम सब सेंटर पर 11-14 साल की किशोरियों का वजन, ऊँचाई एवं स्वास्थय की जांच की गयी। इनमें उन किशोरियों की दोबारा भी जांच की गयी। किशोरी दिवस के दिन की गयी थी, जिन किशोरियों को चिन्हित किया गया। उन्हें आयरन की गोलियां दी गयी व उन गोलियों का नियमित रूप से सेवन करने की सलाह दी गयी। इसके साथ ही साथ पोषाहार भी बांटा गया।
क्वीन मेरी अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस.पी.जैसवार ने बताया कि किशोरियों में इस आयु में पौष्टिक तत्वों की आवश्यकता अधिक होती है क्योंकि इस दौरान संतुलित पोषक आहार का सेवन शरीर को आने वाले समय में गंभीर बीमारियों जैसे कि हड्डियों की कमजोरी, मोटापा, हृदय रोग, बाद में जीवन में डायबिटीज़ होने से बचाता है। पौष्टिक भोजन का मतलब महंगा भोजन नहीं है। अपने भोजन में कार्बोहाइड्रेट, फैट, प्रोटीन, खनिज पदार्थ, विटामिन, रेशेयुक्त पदार्थ व पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करना चाहिए।
सही पोषण से शरीर स्वस्थ रहता है, शारीरिक परिपक्वता लाने में मदद करता है, रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। जंक फ़ूड का सेवन करने से वजन में वृद्धि,मोटापा, माहवारी अनियमितता व पौली सिस्टिक सिंड्रोम (पीएसओएस) की समस्या होती है। डॉ. जैसवार ने बताया कि आयरन की कमी होने का एक मुख्य कारण पेट में कीड़े भी होना है । अतः इसे रोकने के लिए अल्बेंडाज़ोल की गोली हर छः माह पर खानी चाहिए । हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए कैल्शियम की जरूरत होती है।