लखनऊ। बरसात का मौसम शुरु होते ही सर्दी- जुखाम व बुखार के मरीज बढ़ने लगे है। अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों की लाइन देखी जा सकती है। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के मेडिसिन विभाग के वरिष्ठ प्रो. कौसर उस्मान का कहना है कि कुछ सावधानी बरतते हुए बुखार व सर्दी जुखाम से बचाव किया जा सकता है। उनका कहना है कि अगर बुखार तेज होने के साथ झटका, बेहोशी भी अा रही हो, तो तत्काल निकटतम विशेषज्ञ डाक्टर या स्वास्थ्य केन्द्र ले जाकर इलाज कराना चाहिए। उन्होंने बताया कि खास कर बुजुर्गो को स्वास्थ्य का ध्यान विशेषतौर पर रखना चाहिए। डाक्टर से परामर्श के बाद ही दवाओं का सेवन करना चाहिए।
प्रो. कौसर उस्मान का कहना है कि बरसात में रोग प्रतिरोधक क्षमता ज्यादा प्रभावित होती है। सर्दी जुखाम होने पर रूमाल रख कर खांसना चाहिए ताकि संक्रमण न फैल सके। डाक्टर से परामर्श लेकर दवा लेना चाहिए। अगर बुखार हो तो परामर्श पर दवाएं समय पर लेना चाहिए। उन्होंने बताया कि अगर बुखार तेज हो, ठंडे पानी की पट्टी रखे। इसके बाद भी अगर बुखार कम हो रहा हो आैर मरीज को झटका भी आने के साथ बेहोशी भी आने लगे तो तत्काल विशेषज्ञ डाक्टर से परामर्श के साथ निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र या अस्पताल ले जाकर डाक्टर को दिखाना चाहिए। प्रो. कौसर ने बताया कि खाने में बासी भोजन का सेवन न किया जाए, गरिष्ठ भोजन से बचते हुए सादा भोजन का सेवन करना चाहिए। अक्सर लोगों को इस मौसम में बदहजमी, दस्त की शिकायत होती है।
दूषित पानी का सेवन से बचे आैर अगर पानी गड़बड़ लगे, तो उबाल कर पानी का सेवन करें। बचाव न करने पर लिवर में संक्रमण होने की आशंका बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि इस मौसम में वायरल बुखार होता है, इसके होने पर खान-पान में विशेष ध्यान रखना चाहिए। डाक्टर से परामर्श व जांच कराने के बाद ही दवाअों का सेवन करना चाहिए। इसके साथ घर व आस-पास गंदगी व पानी का भराव नही होने दें। मच्छरों से बचाव के मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए।
अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.