लखनऊ। अमीनाबाद स्थित निजी मेडिकल स्टोर में जब्त किये इंजेक्शन जांच में फेल होने का खुलासा अलीगंज स्थित राजकीय जन विश्लेषक प्रयोगशाला की रिपोर्ट में हुआ है। अप्रैल महीने में खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) विभाग ने मेडिकल स्टोर पर छापा मार कर इंजेक्शन का नमूने जांच के लिए एकत्र किया था। जांच रिपोर्ट आने के बाद मेडिकल स्टोर संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिये गये है।
अप्रैल के अंतिम सप्ताह में एफएसडीए की टीम ने अमीनाबाद स्थित निजी मेडिकल स्टोर में छापेमारी में तैनात कर्मचारी लाइसेंस नहीं दिखा सके थे। तत्काल स्टोर को बंदा करा दिया था आैर सात लाख 81 हजार रुपये की दवाएं जब्त कर ली गयी थी। ड्रग इंस्पेक्टर के छापे के दौरान तीन तरह की दवाओं के नमूने एकत्र किए गए थे। नमूनों को जांच के लिए अलीगंज स्थित राजकीय जन विश्लेषक प्रयोगशाला में भेजा गया था। 30 अगस्त को रिपोर्ट प्राप्त होने पर मरीजों को लगाया जाने वाला इंजेक्शन डेका 200 फेल पाया गया। दवा में जिस केमिकल होने का दावा किया गया। इस रसायन की पुष्टि इंजेक्शन में नहीं हो सकी है।
यही नहीं डेका 200 इंजेक्शन का बैच नम्बर एफ00907 भी जांच में नकली साबित हुआ है। इस बैच की दवा फिलहाल किसी दूसरे स्टोर में नहीं मिली हैं। बताते चले कि बिना लाइसेंस दवाओं की बचेने के आरोप में स्टोर पहले ही सील किया जा चुका है।
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