ध्यान दें… रेफर के बाद मरीज को जल्द से जल्द मिले ….

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लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ स्किल ने आज 18वीं तीन दिवसीय एडवांस ट्रॉमा लाइफ सपोर्ट ट्रेनिंग कार्यशाला समाप्त हो गयी। आयोजित कार्यशाला की विशेषता यह थी कि इसमें राजधानी ही नहीं बल्कि दिल्ली, पुणे, कानपुर, जाधवपुर, जबलपुर, कोलकाता, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी के साथ ही लखनऊ के विभिन्न निजी अस्पतालों के कुल 24 प्रतिभागी शामिल हुए।

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कार्यशाला में सभी को जीवन रक्षक प्रक्रियाओं के व्यावहारिक एवं क्रियाशील प्रशिक्षण देने के साथ-साथ इस बात पर भी विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया कि अपने-अपने क्षेत्रों के ट्रॉमा सेंटर को चिन्हित करें और उनकी नेटवर्किंग का प्रयास करें, जिससे एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल रेफर करते समय मरीज को भटकना न पड़े। इस कारण रेफर किये जाने के उपरांत उसे कम से कम समय में इलाज दिया जा सके। इसके साथ ही प्रशिक्षण दिया गया है कि मरीज को रेफर करते वक्त मरीज के शरीर को सावधानी के साथ उठाएं जिससे उसका कोई और अंग चोटिल न हो जाए।

कार्यक्रम समापन के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एमएलबी भटट् ने सभी प्रतिभागियों को कोर्स पूरा करने पर बधाई देते हुए उन्हें इस बात के लिए प्रेरित किया कि वह अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर अन्य लोगों को प्रशिक्षित करें।

प्रशिक्षक के रूप में ट्रॉमा सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. संदीप तिवारी, डॉ. समीर मिश्रा, केजीएमयू एनेस्थीसिया विभाग की प्रो. मोनिका कोहली, केजीएमयू सर्जरी विभाग के एसिसटेंट प्रोफेसर डॉ. अजय कुमार पाल, केजीएमयू प्लास्टिक सर्जरी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. दिव्य नारायण उपाध्याय, एसजीपीजीआई एनेस्थीसिया विभाग के प्रो. संदीप साहू, ममथा मेडिकल एवं डेंटल, खामम की डॉ. अभिव्यक्ति तिवारी उपस्थित थे।

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