लखनऊ। कोरोना( कोविड 19) के बचाव व रोकथाम के लिए जिला प्रशासन की क्विक रिस्पांस टीम ने मेडिकल स्टोर आैर होटलों पर छापेमारी करना शुरू कर दिया। टीम ने मास्क आैर सेनेटाइजर की अधिक ज्यादा दाम लिए जाने की शिकायत पर एक साथ शहर के 60 मेडिकल स्टोरों पर जांच की गयी। जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने क्विक रिस्पांस टीम का गठन शनिवार को किया और शाम होते – होते टीमों ने 60 दुकानों पर छापेमारी कर दी। इससे मेडिसिन बाजार में अफरातफरी मच गयी। छापे के डर काफी दवा की दुकानें बंद हो गयी।
सभी टीमों ने दुकानों पर सेनेटाइजर और मॉस्क के स्टाक को देखा साथ ही बिलिंग भी चेक की गयी। साथ ही यह भी बताया कि गया कि ज्यादा स्टाक न रखें आैर दाम भी ज्यादा न लें। बतादें कि मास्क आैर सेनेटाइजर की कालाबाजारी को देखते हुए अब क्विक रिस्पांस टीम ने छापेमारी शुरू की दी है। टीम की नजर बड़े कारोबारियों से लेकर छोटे दुकानदारों तक रहेगी। कई जगह से एफएसडीए और स्वास्थ्य विभाग की टीम को शिकायत मिल चुकी है कि बाजार में काफी ऊंचे दाम पर दोनों की बिक्री करके आमजन से अधिक रुपए वसूले जा रहे हैं। कालाबाजारी रोकने के लिए टीम कई बिंदुओं पर दुकानदारों के यहां मिलान आदि करेगी।
कई बिंदुओं पर करेगा जांच एफएसडीए के ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि डीएम के आदेश पर सभी मेडिकल दुकानों पर टीम जाकर जांच करेगी। बड़े दवा कारोबारियों के यहां टीम जाकर स्टॉक मिलान करेगी। दुकान पर आने वाले आमजन से पूछताछ भी की जाएगी कि उन्हें कितने दाम पर मॉस्क और सेनेटाइजर दिया जा रहा है। उसका बिल आदि दिया जा रहा है या नहीं। बहुत अधिक संख्या में मॉस्क या सेनेटाइजर भी दुकानदार नहीं रख सकेंगे। खरीदारी के लिए आ रहे लोगों में भी एक व्यक्ति को अधिक से अधिक 20 मॉस्क ही दिए जाएंगे। साथ ही लोगों को बिल लेने के लिए कहा जाएगा।
इस बारे में सीडीओ एवं टीमों के नोडल अधिकारी मनीष बंसल का कहना है मकसद दहशत फैलाना नहीं है हम सिर्फ जागरूक करने की कोशिश की रहे हैं, दुकानदारों को भी समझाया गया कि लोगों की मदद करें न की बीमारी के नाम पर कालाबाजारी करें। उन्होंने बताया कि क्विक रिस्पांस टीम ने अपना काम तेजी के साथ शुरू कर दिया है जो जारी रहेगा।
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