लखनऊ। संजय गांधी पीजीआई के एनिस्थिसिया विभाग में कार्यरत कर्मचारी महेंद्र वर्मा की माता पार्वती देवी 98 वर्ष की उम्र में कोरोना के संक्रमण को मात दे दी और 16 वे दिन उन्होंने कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आने पर वह उत्साहित है। वह भी होम आइसोलोशन में कोरोनटाइन पर आरसीएचआई सी यू कंसल्टेंट प्रो. देवेन्द्र गुप्ता की देख रेख में वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा डीएनएस की 6 बोतल चढाने तथा आंतो में 10 इंजेक्शन की डोज का इलाज के लिए देना पड़ा। लगातार डाक्टर के सम्पर्क में रहना होम आइसोलोशन से कोरोना संक्रमण से निकलकर बहुत ही हिम्मत काम आयी है।
जांच कराने पर महेन्द्र वर्मा उनके सात वर्षीय पुत्र की रिपोर्ट में भी कोरोना का संक्रमण आने पर वह हिम्मत से काम लिया। 4 सितम्बर को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कंट्रोल रूम फोन से सूचना दी कि हमारे घर में 3 लोग को कोरोना संक्रमित है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कंट्रोल रूम ने 98 वर्षीय पार्वती देवी को कोविड वार्ड में भर्ती करने की सलाह दी। पुत्र महेंद्र वर्मा ने अपनी माता पार्वती के बारे में बताया कि न वह सुन पाती हैं और न ही समझ पाती है। इसलिए अपनी माता का इलाज होम आइसोलोशन में प्रो. देवेन्द्र गुप्ता की देख रेख में ही कराने का निर्णय लिया और उन्होंने 21 सितंबर को कोरोना के मुंह से निकालकर बुजुर्ग महिला ने बड़ी जंग जीतकर कीर्तिमान स्थापित किया है।