लखनऊ। राजधानी में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा बढ़ने के साथ ही शुक्रवार को संक्रमण से आठ मौत हो गयी। इनमें छह मौत सिर्फ लखनऊ निवासियों की है। इसके अलावा गैर जनपदों के कोरोना संक्रमित सिर्फ दो मरीजों की मौत हुई है।
राजधानी में कोरोना संक्रमण से मौत का आंकड़ा भी कम नहीं हो रहा है। लखनऊ में ही कोरोना संक्रमण से मौत को देखा जाए तो छह संक्रमित मरीजों की इलाज के दौरान हो गयी। डाक्टरों का मानना है कि कोरोना संक्रमण में सबसे ज्यादा मौत गैर संचारी बीमारियों से हो रही है। इनमें डायबिटीज बीमारी प्रमुख है। अगर अधिक उम्र के लोगों में यह बीमारी है, तो उनमें संक्रमण तेजी से फै लता है। फेफड़े को चपेट में लेने के अलावा अंगों को भी तेजी से प्रभावित करता है। स्वास्थ्य विभाग की माने तो इसके अलावा जटिल बीमारियों से पहले से पीड़ित मरीजों को भी संक्रमण प्रभावित करता है। अगर देखा जाए तो ज्यादातर कोविड-19 हास्पिटल के आईसीयू कोरोना के गंभीर मरीजों से भरने लगा है। केजीएमयू के कोविड-19 यूनिट के नोडल अधिकारी व चिकित्सा अधीक्षक डा. हिमांशु का कहना है कि कोरोना से बचाव के लिए अभी भी मास्क का प्रयोग व सोशल डिस्टेसिंग का पालन किया जाए, तो संक्रमण से बचाव हो सकता है। त्योहारों पर लगातार भीड़ ने लापरवाही बरती है आैर इस समय रिस्क जोन में चल रहे है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार गैर जनपदों से भी कोरोना के गंभीर केस रेफर होकर आ रहे है। शुक्रवार को अयोध्या व सीतपुर से आये कोरोना संक्रमित मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गयी।