लखनऊ। गोमती नगर स्थित डा. राम मनोहर लोहिया अायुर्विज्ञान संस्थान की शहीद पथ स्थित बाल महिला अस्पताल रेफरल यूनिट में मार्च से प्रदेश का पहला मैटरनल आइसीयू स्थापित तैयारी कर रहा है। संस्थान प्रशासन का दावा है कि यहां पर स्त्री व शिशु के इलाज के तहत अब विश्वस्तरीय सुविधा दिया जाएगा।
वर्तमान में यहां पर अभी कोविड -19 हास्पिटल चल रहा है। लेकिन मौजूदा समय में सिर्फ एक दर्जन से कम ही मरीज ही भर्ती हैं। योजना के तहत कोरोना मरीजों के लिए अब गाइड लाइन के मुताबिक बिस्तरों का वार्ड बना दिया जाएगा। बाल महिला अस्पताल की यूनिट में पहले की तरह इलाज शुरू कर दिया जाएगा। कोशिश यह की जा रही है कि एक मार्च से अस्पताल शुरु होने के साथ ही मरीजों का अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं भी शुरू कर दी जाए। लोहिया संस्थान के प्रवक्ता डॉ श्रीकेश सिंह का दावा है कि कोशिश यह है कि यहां प्रदेश का पहला मैटरनल आइसीयू स्थापित करा जाए, इसकी तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। इस आसीयू में शुरुआती दौर में 13 बिस्तर होंगे। इस आइसीयू में गर्भवती महिलाओं को प्रसव से पहले व उसके बाद जरूरत पड़ने पर उन्हें शिफ्ट किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश के मुख्य मंत्री की योजनाओं के मुताबिक यहां पर आइसीयू हाई रिस्क प्रेगनेंसी में महिलाओं का इलाज कर उनकी जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। उन्होंने बताया कि यह प्रदेश का पहला मैटरनल आइसीयू होगा। बच्चों के लिए भी बनेगा 25 बिस्तरों पर अत्याधुनिक उपकरणों से लैस आइसीयू शुरू कि या जा रहा है। उन्होंने बताया कि पहले यहां पर बच्चों के लिए सात बिस्तरों का नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट (एनआइसीयू) होगा। प्रस्तावित योजना में अब नियोनेटल आइसीयू व सिकबोर्न एनआइसीयू के मिलाकर 25 बिस्तर होंगे। इसके अलावा जच्चा व बच्चा की सर्जरी के लिए दो मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर भी बनाए जाएंगे। अब यहां कुल पांच ओटी होने पर सर्जरी ज्यादा होगी आैर मरीजों को परेशानी कम होगी।