… और कहा- थैंक्यू योगी जी

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आधी रात में भी लोगों को मदद करने में जुटा है मुख्यमंत्री कार्यालय

 

 

लखनऊ। वक्त करीब रात के एक बजे का रहा होगा। गोरखपुर में एक गर्भवती महिला दर्द से कराह रही थी। दर्द इस कदर कि सहने की क्षमता ने भी हाथ जोड़ लिए। ऐसे में उसके घरवाले ट्वीटर पर ट्वीट करते हैं कि महिला को तत्काल आईसीयू बेड की आवश्यकता है, उसका ऑक्सीजन लेवल लगातार गिर रहा है। फिर क्या कुछ ही घंटों में उस गर्भवती महिला को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जाता है। कुछ ही देर बाद वह एक बच्चे को जन्म देती है और अब दोनों जच्चा बच्चा स्वस्थ हैं।

यह मामला 22 अप्रैल का है। जब राज उत्सव नाम के शख्स के ट्टवीटर हैंडल से यह ट्वीट किया गया। मामले की जानकारी मुख्यमंत्री तक पहुंची तो उन्होंने मामले का तत्काल संज्ञान लेते हुए गोरखपुर के आलाधिकारियों को निर्देश दिया। जिसके बाद महिला को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज जारी है।

गोरखपुर जैसे ही लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद में भी कई ऐसे मामले हैं जब मुख्यमंत्री कार्यालय ने सोशल मीडिया पर नजर आते ही उसे मदद मुहैया कराई। देश के जाने माने पत्रकारों के ट्वीटर हैंडल से भी लगातार मदद को ट्वीट किया गया जिसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के निर्देश पर रातोंरात सभी अधिकारियों ने लोगों को मदद मुहैया कराई। जिसके बाद हमेशा से सरकार पर सवाल उठाने वाले पत्रकारों ने भी सरकार के इन कदमों की तारीफ की और ट्वीटर पर सरकार को धन्यवाद देने से खुद को रोक नहीं सके।

ऐसा पहली बार नहीं है कि जब मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर वायरल हुए मामले का संज्ञान लिया हो। इससे पहले भी मुख्यमंत्री कई मामलों में आगे आकर मदद करते रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आज भले ही कोरोना संक्रमित हो लेकिन इसके बावजूद लोगों तक हर संभव मदद पहुंचाने के लिए खुद ही मोर्चा संभाले हुए हैं। सुबह 6 बजे से देर रात तक वो खुद एक -एक जिले और अस्पताल की मॉनिटरिंग करते हैं।

गले में खराश, भारी आवाज और हल्के बुखार से तड़पने के बाद भी प्रदेश की जनता को किसी भी तरह की समस्या न आए इसको लेकर वो लगातार मॉनिटरिंग और मीटिंग कर रहे हैं। बुखार और खराश के कारण उन्हें बोलने में तकलीफ है, लेकिन उसके बाद भी मुख्यमंत्री ने किसी भी मीटिंग को कैंसिल नहीं किया। पिछली 15 तारीख से वह लगातार मीटिंग कर हालातों का जायजा ले रहे हैं। यही नहीं इस दौरान उन्होंने प्रदेश की मदद के लिए हर संभव निर्णय भी लिया। यही नहीं रोजाना शाम को जिलाधिकारियों के साथ भी मीटिंग कर हर जिले पर खुद ही नजर बनाए हुए हैं। क्योंकि उन्हें पता कि इस वक्त पूरे उत्तर प्रदेश की निगाहें उन पर टिकी हैं।

मुख्यमंत्री योगी कोविड पॉजिटिव होने के बाद भी 15 अप्रैल से ठीक वैसे ही सक्रिय हैं, जैसे आम दिनों में रहते हैं। सुबह 6 बजे से ही अधिकारियों और मंत्रियों के साथ कोविड को लेकर वर्चुअली व टेली फोनिक संवाद स्थापित कर रहे हैं। बढ़ते कोरोना के संक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री लगातार होम आइसोलेशन में होने के बाद कड़ी नजर बनाए हुए हैं। उप मुख्यमंत्रियों, अधिकारियों के साथ लगातार संवाद बनाए हुए हैं ताकि प्रदेश में दवा, बेड, आक्सीजन, वेंटिलेटर से जुड़ी किसी भी प्रकार की समस्या का सामना आम जनता को करना पड़े।

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